स्कूल बने क्वारंटाइन सेंटर, नामांकन लटका, सांसत में शिक्षक व बच्चे
नौवीं के बाद आठवीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम भी जारी कर दिया है। साथ ही विद्यालयों में बच्चों की नामांकन प्रक्रिया शुरू करने का भी दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। लेकिन इन सबके बीच शिक्षक बच्चे और उनके अभिभावकों के हलक सूखे हुए हैं।
जासं, चक्रधरपुर : नौवीं के बाद आठवीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम भी जारी कर दिया है। साथ ही विद्यालयों में बच्चों की नामांकन प्रक्रिया शुरू करने का भी दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। लेकिन इन सबके बीच शिक्षक, बच्चे और उनके अभिभावकों के हलक सूखे हुए हैं। दरअसल कोविड 19 कोरोना को लेकर अधिकतर विद्यालयों को प्रवासी मजदूरों, छात्रों एवं यात्रियों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। इन विद्यालयों में क्वारंटाइन सेंटर कब तक संचालित होगा, इसकी कोई सटीक जानकारी भी नहीं है। परिणाम जारी कर नामांकन का निर्देश तो दिया गया है, लेकिन सारे कागजात क्वांरटाइन सेंटर बने स्कूलों में ही हैं। ऐसी स्थिति में संबंधित विद्यालय के शिक्षक भी स्कूल जाने से कतरा रहे हैं, कि कहीं कोरोना का शिकार ना बन जाएं। प्रखंडों में विद्यालयों को समय-समय पर सैनिटाइज नहीं करने की लगातार शिकायत भी मिलती रही है।
इन्हीं कारणों से नामांकन के लिए अभिभावक भी बच्चे को स्कूल भेजने का रिस्क नहीं लेना चाह रहे हैं। हालांकि शिक्षकों को नामांकन के लिए विशेष दिशा-निर्देश है, लेकिन स्कूल खोले बिना टीसी काटना, नामांकन पंजी में बच्चों का विवरण देखना आदि कैसे संभव हो सकेगा। शिक्षक सरकार के इस आदेश को विरोधाभासी और अस्पष्ट बता रहे हैं।