पश्चिम बंगाल न्यायिक सेवा में चयनित हुई चाईबासा की बेटी निधिश्री Chaibasa News
चाईबासा की बेटी निधिश्री का चयन पश्चिम बंगाल न्यायिक सेवा में हुआ है। उसे वेस्ट बंगाल ज्यूडिशियल सर्विसेज कमीशन की ओर से आयोजित परीक्षा में दसवां स्थान मिला है।
चाईबासा (जागरण संवाददाता)। चाईबासा की बेटी निधिश्री का चयन पश्चिम बंगाल न्यायिक सेवा में हुआ है। उसे वेस्ट बंगाल ज्यूडिशियल सर्विसेज कमीशन की ओर से आयोजित परीक्षा में दसवां स्थान मिला है। चाईबासा डीएवी पब्लिक स्कूल में दसवीं तक पढ़ाई करनेवाली निधिश्री की इस उपलब्धि से चाईबासा में रहेवाला उसका परिवार काफी खुश है। उसके पिता ने बताया कि इस सफलता से निधिश्री ने अपने दादा सपने को साकार किया है। आज वे जीवित होते तो बहुत खुश होते।
सतत प्रयास व धैर्य से मिली सफलता
न्यायिक सेवा में चयनित होने के पीछे निधिश्री की ओर से किए गए सतत प्रयास और रखे गए धैर्य ने काम किया। उसने बताया कि न्यायिक सेवा के लिए लंबे समय से तैयारी कर रही थी। उसने बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल न्यायिक सेवा की परीक्षा दी थी। बिहार में चयन नहीं हुआ जबकि झारखंड में भी कुछ अंकों से वह पिछड़ गई। मन में थोड़ी निराशा तो थी लेकिन उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा। तैयारी जारी रखी।आखिरकार पश्चिम बंगाल न्यायिक सेवा के लिए उसका चयन हो गया।
दिल्ली में ट्रेन पकड़ने के दौरान मोबाइल पर मिली सूचना
निधिश्री ने बताया कि वह झारखंड हाईकोर्ट में रिसर्च एसोसिएट की परीक्षा देने के लिए दिल्ली से रांची आने के लिए राजधानी एक्सप्रेस में सवार हुई थी। उसी समय उसके मोबाइल पर पश्चिम बंगाल न्यायिक सेवा में सेलेक्ट होने की सूचना मिली। उसने अपना कार्यक्रम निरस्त किया और कोलकाता के लिए रवाना हुई। यहां इंटरव्यू के बाद फाइनल सेलेक्शन हो गया।
दिल्ली व उदयपुर में की पढ़ाई
निधिश्री ने चाईबासा से दसवी की पढ़ाई पूरी करने के बाद आगे की पढ़ाई दिल्ली में रहकर की। वहां 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक व एलएलबी आइएमइ लॉ कॉलेज से किया। उसके बाद हिदायतुल्लाह नेशलन लॉ कॉलेज से एलएलएम की पढ़ाई पूरी की। फिर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली में एक कोचिंग में दाखिला लिया।
अपने जवाबों से इंटरव्यू बोर्ड को किया प्रभावित
पश्चिम बंगाल न्यायिक सेवा परीक्षा 2019 प्रीलिम्स का आयोजन अप्रैल में हुआ था। उसमें उत्तीर्ण होने के बाद मुख्य परीक्षा जून में हुई। इसमें भी सफलता मिली तो विगत सितंबर में इंटरव्यू का कॉल आया। इंटरव्यू बोर्ड में निधिश्री से पूछा गया कि उसने सेवा के लिए पश्चिम बंगाल का ही चयन क्यों किया। उसने जवाब में कहा कि बंगाल और बिहार का कल्चर अपनी ओर खींचता है। वह दिल्ली में भी रही लेकिन वहां प्रोफेशनलिज्म हावी है और उसे वह अपनापन नजर नहीं आया जो यहां है। उसके इस जवाब से इंटरव्यू बोर्ड के सदस्य काफी प्रभावित हुए।
वकालत से जुड़े दोनों भाई
निधिश्री के दोनों भाई अधिवक्ता हैं। एक भाई चाईबासा में ही वकालत करता है जबकि दूसरा दिल्ली में वकील है। निधिश्री के दादा की इच्छा थी कि वह जज बने जो उसने पूरा कर दिखाया।