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Lok Sabha Polls 2019 : सड़क क्यों नहीं बनी, जवाब मांगेंगे मझगांव के वोटर

Lok Sabha polls 2019. सिंहभूम संसदीय क्षेत्र के मझगांव की धोबाधोबिन तरतरिया व खड़पोस पंचायत के 15 हजार वोटरों ने चुनाव में सांसद व प्रत्याशियों से हिसाब मांगने का निर्णय लिया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 03:45 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 03:45 PM (IST)
Lok Sabha Polls 2019 : सड़क क्यों नहीं बनी, जवाब मांगेंगे मझगांव के वोटर
Lok Sabha Polls 2019 : सड़क क्यों नहीं बनी, जवाब मांगेंगे मझगांव के वोटर

मझगांव/चाईबासा। सिंहभूम संसदीय क्षेत्र के मझगांव प्रखंड की धोबाधोबिन, तरतरिया व खड़पोस पंचायत के 15 हजार वोटरों ने बैठककर चुनाव में सांसद व प्रत्याशियों से हिसाब मांगने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों की पीड़ा है कि मझगांव से धोबाधोबिन होते बेनीसागर जानेवाली सड़क पांच साल से जर्जर है। इसकी किसी ने सुध नहीं ली। इस सड़क हर दिन हजारों लोग आते-जाते हैं। सड़क इस कदर जर्जर है कि आए दिन हादसे होते रहते हैं।

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मझगांव से धोबाधोबिन तक दो वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से सड़क का निर्माण हुआ। लेकिन धोबाधोबिन से खड़पोस बेनीसागर तक 12 किलोमीटर सड़क की किसी ने सुध नहीं ली। इस पर साइकिल से भी चलना दूभर है। इस क्षेत्र के लोग इलाज के लिए ओडिशा प्रदेश के सुकूरुली, करंजिया, केंन्दुझर, कटक और भुवनेश्वर जाते हैं। जान जोखिम में डाल कर इसी जर्जर सड़क से गुजरते हैं। वर्षा के दिनों में सड़क तालाब बन जाती है।

किसी ने नहीं दिया ध्यान

पिछले वर्ष अगस्त में प्रखंड प्रमुख पूनम जेराई की अध्यक्षता में धोबाधोबिन पंचायत की मुखिया ममिना पिगुंवा, तरतरिया के मुखिया बाबुलाल तिरिया और खड़पोस पंचायत की मुखिया मानी कुई तथा मानकी मुंडा, डाकुवा व ग्रामीणों ने मिलकर अपने विधायक निरल पुरती व सांसद लक्ष्मण गिलुवा को लिखित आवेदन दिया था। बावजूद किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।


ये कहते ग्रामीण

चुनाव में इसबार वोट मांगने वालों को गांव की जनता सबक सिखाएगी। ग्रामीण सड़क के सवाल पर एकजुट हो गए हैं। सबने लोगों को ठगने का काम किया है।

- एजीजुलहक अंसारी, खड़पोस।

जर्जर सड़क के कारण राह चलना दूभर हो गया है। आवेदन दिया गया, लेकिन विधायक और सांसद ने कोई पहल नहीं की। इस चुनाव में जनता दोनों से हिसाब मांगेगी।

-लक्ष्मण चातार, समाज सेवी

यह सड़क ओडिशा से चाईबासा को जोड़ती है। बरसात के दिनों में मरीज को लेकर इस सड़क से गुजरना दूभर हो जाता है। कोई हमारी पीड़ा सुनने को तैयार नहीं। इसलिए जनता इसबार हिसाब मांगेगी।

- बाबूलाल तिरिया, तरतरिया पंचायत मुखिया

जर्जर सड़क के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। सड़क निर्माण के लिए जिला प्रशासन के साथ नेताओं से भी कहा गया, लेकिन किसी ने कोई पहल नहीं की। इस बार जनता हिसाब मांगेगी।

-प्रमुख पूनम जेराई

सांसद, विधायक और जिला प्रशासन इस बात का जवाब दे कि आवेदन के बावजूद इस जर्जर सड़क का निर्माण क्यों नहीं कराया गया। इस क्षेत्र के लोगों की उपेक्षा क्यों की गई।

-कौशर अली, समाजसेवी खड़पोस

ग्रामीण इस जर्जर सड़क निर्माण के लिए सभी के दरवाजे गए। सबने हामी भरी, पर किसी ने सुध नहीं ली। सबने धोखा दिया। इसलिए चुनाव में जनता हिसाब मांगेगी।

- शेख मजहर, समाजसेवी खड़पोस।


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