स्वच्छता सर्वेक्षण में 117वें स्थान पर चाईबासा
स्वच्छ भारत मिशन केंद्र एवं झारखंड सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनान
चाईबासा : स्वच्छ भारत मिशन केंद्र एवं झारखंड सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने के लिए नगर परिषद हर दृष्टिकोण से कृत संकल्पित है। 4 जनवरी से सभी शहरी स्थानीय निकायों में स्वच्छता सर्वेक्षण आरंभ हो चुका है। यह जानकारी मंगलवार को उपायुक्त अरवा राजकमल ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित बैठक में दी। उन्होंने कहा कि इस स्वच्छ सर्वेक्षण के अंतर्गत विभिन्न मापदंडों के आधार पर अंक प्रदान किए गए हैं। देश भर के 400 शहरों में हुए पहले सर्वेक्षण के तहत चाईबासा नगर पर्षद को 117वां स्थान प्राप्त हुआ है। दूसरे चरण के लिए सर्वेक्षण एक सप्ताह बाद किया जाएगा। इसी को देखते हुए नगर पर्षद द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण के माध्यम से तीन वर्गों में प्रभावी रूप से पहुंच पाने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की जा रही हैं।
दो पालियों में हो रही है सफाई
नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी नरेन्द्र नारायण ने बताया कि नगर पर्षद क्षेत्र के वाणिज्यक क्षेत्र में सफाई दो पालियों में दिन एवं रात में की जा रही है। साथ ही नगर परिषद क्षेत्र में 100 की संख्या में दो नए डस्टबीन लगाए गए हैं, ताकि कचरे को अलग-अलग किया जा सके। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील किया है कि इधर-उधर कचरा नहीं फेंक हमेशा कूड़ेदान का प्रयोग करें। नगर परिषद के सभी वार्डो में घर-घर कचरा उठाओ अभियान के तहत कचरा संग्रह करने का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत कचरा उठाने वाले टीपर में गीला व सुखा कचरा उठाने हेतु अलग-अलग ट्रॉली की व्यवस्था की गई है। सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण तथा जीर्णोद्धार किया गया है। इसमें नए बने सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालय सभी वर्गों के अनुकूल निर्मित किए गए हैं। किसी भी परिस्थिति में खुले में न शौच करें और न करने दें। सर्वेक्षण के पक्की तैयारी हेतु अनेक क्षमता निर्माण गतिविधियां आयोजित की गई हैं।
विद्यालयों में बनाई गई है स्वच्छता टीम
स्वच्छता सर्वेक्षण के मद्देनजर विद्यालयों में बाल स्वच्छता समिति का गठन किया गया है। ताकि बच्चों में सफाई के प्रति जागरूकता लाई जा सके। इसी क्रम में बल्क गार्वेज जेनरेटर एवं शहीद पार्क में बायो कंपोस्ट बनाने हेतु पीट का निर्माण किया गया है। ताकि गीले कचरे को खाद में परिवर्तित किया जा सके। झारखंड में प्लास्टिक कैरी बैग का प्रयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। उन्होंने कहा कि सब मिलकर क्लीन चाईबासा ग्रीन चाईबासा की परिकल्पना को साकार करने में एक छोटा सा प्रयास करें ताकि स्वच्छ भारत के निर्माण हेतु एक समेकित प्रयास किया जा सके।