कृषि कानून के विरोध में राष्ट्रीय किसान मोर्चा ने जगन्नाथपुर बाजार में किया प्रदर्शन
केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून को लेकर राष्ट्रीय किसान मोर्चा के तत्वाधान में जगन्नाथपुर मुख्य बाजार में धरना-प्रदर्शन किया गया। इसका नेतृत्व जिला संयोजक सागर सिंकू ने किया।
संवाद सूत्र, जगन्नाथपुर : केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून को लेकर राष्ट्रीय किसान मोर्चा के तत्वाधान में जगन्नाथपुर मुख्य बाजार में धरना-प्रदर्शन किया गया। इसका नेतृत्व जिला संयोजक सागर सिंकू ने किया। इस धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जगन्नाथपुर के पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा ने कहा कि बहुमत वाली मोदी सरकार को कोरोना काल में किसानों के काला अध्यादेश की आवश्यकता क्यों पड़ी, लोकसभा में बहस के लिए क्यों नहीं लाया गया। ये काला कानून कई मंशा को जन्म देता है 2014 में मोदी सरकार भूमि अधिग्रहण अध्यादेश लेकर आई थी जो आंदोलन के पश्चात वापस लेना पड़ा था। मोदी सरकार इस कानून के जरिए अप्रत्यक्ष रूप से किसानों की जमीन पूजीपतियों को सौंपना चाहती है उन्होंने कहा कि सिंधू बार्डर में बैठे हुए किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है उन्हें खालिस्तानी, आतंकवादी, देशद्रोही तो कभी पाकिस्तानी प्रायोजित बताया जा रहा है, लेकिन सरकार उन लोगों से बात भी कर रही है। किसान मोदी सरकार की मंशा को समझ चुके हैं सरकार को बिना विलंब तीनों कानून को वापस करना चाहिए। किसानों के इस आंदोलन पर प्रधानमंत्री को सीधा हस्तक्षेप करना चाहिए और किसानों के हित में यह कानून वापस लेना चाहिए। राष्ट्रीय किसान मोर्चा के सदस्य घासीराम पांडेया ने कहा कि मोदी सरकार हर रोज नए-नए कानून बनाकर देश को कमजोर कर रही है सभा को संबोधित करते हुए सतनारायण सिजुई, कृष्णा सिकु, उपेंद्र लागुरी, सुदर्शन जेराई, सुखराम पुरती, सोमनाथ सिकु, सीताराम लागुरी, रोया राम सिकु ने भी संबोधित किया। मंच का संचालन रोया सिकु ने किया।