वैलेंटाइन डे के दिन प्रेमी युगल को पीटना बजरंग दल को पड़ा महंगा
वैलेनटाइन-डे के दिन जुबिली तालाब के पास बैठकर बातें कर रहे युवक-युवती को पीटना बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को महंगा पड़ गया।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : वैलेनटाइन-डे के दिन जुबिली तालाब के पास बैठकर बातें कर रहे युवक-युवती को पीटना बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को महंगा पड़ गया। युवक-युवती को पीटते हुए वायरल वीडियो के जरिए एक कार्यकर्ता को पहचानकर 20-25 आदिवासी युवकों के एक समूह ने गांधी मैदान से दबोच लिया। पहले वहीं पर उसकी दमभर पिटाई की। इसके बाद बजरंग दल कार्यकर्ता को गांधी मैदान से ही घसीटकर युवक हारिगुटू ले गए। वहां और भी आदिवासी युवक जुट गए। इसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता की फिर से पिटाई की। वो लगातार माफी मांगता रहा मगर उसकी एक नहीं सुनी। इसी बीच आदिवासी हो समाज युवा महासभा के पदाधिकारी भी सूचना मिलने पर वहां पहुंच गए। उन्होंने समझदारी का परिचय देते हुए बजरंग दल के कार्यकर्ता को आदिवासी युवकों से छुड़वाया और एक कमरे में बंद कर उसे बजरंग दल के जिलाध्यक्ष को बुलाने को कहा। इसी क्रम में मुफ्फसिल व सदर थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने कार्यकर्ता को अपने कब्जे में लिया और सदर थाना ले आई। यहां सारी घटना की जानकारी लेने के बाद सदर थाना में आदिवासी हो समाज व बजरंग दल के लोगों को बुलाकर समझौता करा दिया गया। मामले में किसी तरह की प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। वायरल वीडियो देखकर आक्रोश में थे आदिवासी युवक
14 फरवरी को वैलेनटाइन डे था। पाश्चात्य संस्कृति का विरोध करने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता सड़क पर निकले थे। इसी क्रम में जुबिली तालाब के किनारे बैठक बात कर रहे युवक-युवती को देखा तो कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और दोनों की पिटाई कर दी। इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने पिटाई का वीडियो भी बना लिया। इसे शहर में वायरल कर दिया गया। वायरल वीडियो देखकर कुछ आदिवासी युवक आक्रोशित हो गए। उन्होंने वीडियो में दिख रहे बजरंग दल के एक कार्यकर्ता को चिह्नित किया। शनिवार को उक्त कार्यकर्ता गांधी मैदान के पास नजर आया तो उसे दबोचकर अपने कब्जे में ले लिया। बजरंग दल ने मानी गलती, मांगी माफी
सदर थाना में हुई समझौता बैठक के दौरान आदिवासी हो समाज युवा महासभा के प्रतिनिधियों ने कहा कि बजरंग दल के लोग केवल एक दिन ही क्यों विरोध दर्ज कराते हैं। बाकि 364 दिन ये लोग कहां रहते हैं। हम लोगों के समाज में वैलेनटाइन डे से कोई लेना देना नहीं है। हम लोग इसका मतलब भी नहीं जानते। युवक-युवती बैठकर बात कर रहे थे। बिना उनसे कुछ पूछे-जांचे मारपीट करना गलत था। यह बातें सुनने के बाद बजरंगदल के लोगों ने कहा कि जो कुछ भी हुआ, उसके लिए हम हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं। भविष्य में ऐसा नहीं होगा। एसडीपीओ ने दोनों पक्षों को दी चेतावनी
समझौते के दौरान एसडीपीओ अमर पांडेय ने कहा कि कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। अगर कोई असमाजिक गतिविधि नजर आए तो पुलिस को सूचना देनी चाहिए। दोनों पक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि इस बार छोड़ दे रहे हैं। अगर फिर कभी बेवजह किसी को पीटा या कानून हाथ में लिया तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।