बच्चों की पढ़ाई पर अभिभावक भी घर पर दें ध्यान : लक्ष्मी पिंगुवा
बच्चों की पढ़ाई पर अभिभावक भी घर पर दें ध्यान लक्ष्मी पिंगुवा
बच्चों की पढ़ाई पर अभिभावक भी घर पर दें ध्यान : लक्ष्मी पिंगुवा
जाटी, मझगांव/नोवामुंडी : प्रखंड के मध्य विद्यालय आसनपाठ में गुरुवार को अभिभावक-शिक्षक गोष्ठी का आयोजन विद्यालय प्रांगण में किया गया। इसका शुभारंभ मुख्य अतिथि आसनपाठ मुखिया लक्ष्मी पिंगुवा व विशिष्ट अतिथि सांसद प्रतिनिधि सह आदिवासी हो समाज महासभा सेवानिवृत्त संगठन के महासचिव घनश्याम गागराई, रमाय पुरती, तुरी सुंडी, पंचायत समिति सदस्य ऋषि सिंकू, वार्ड सदस्य बुधराम सिंकू, इस्पायर संस्था की सपना महपात्रो, प्रथम संस्था के शैलेंद्र पिंगुवा व विद्यालय प्रभारी अजय कुमार ने किया। गोष्ठी में मुख्य रूप से पोषक क्षेत्र के सभी बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन व नियमित उपस्थिति व गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पर चर्चा की गई। मुखिया ने अभिभावकों से घर पर बच्चों का ध्यान देने की बात कही। घनश्याम गागराई ने बच्चों के पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें संस्कारवान बनाने पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि मध्य विद्यालय में नामांकित 235 बच्चों में मात्र दो शिक्षकों के द्वारा विद्यालय का प्रदर्शन में अनुशासन व सभी गतिविधियों सहित अभिभावक, समिति सदस्य व छात्रों का बेहतर शैक्षिक सामंजस्य देखने को मिला जो प्रंशसनीय है। विद्यालय में शौचालय, पानी आदि मूलभूत सुविधाएं और चाहिए। इस दौरान बच्चों ने सामूहिक पीटी, कराटे, गणितीय गतिविधियां, तीरंदाजी, सांस्कृतिक नाच-गान व आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में बनाए गए सुंदर चित्रों का प्रदर्शन किया। बैठक में सुरेश सिंकू, सुंदरलाल सिंकू, श्याम सिंकू, पूर्ववर्ती छात्र-छात्राएं, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य व काफी संख्या में अभिभावक तथा ग्रामीण उपस्थित थे। मंच का संचालन विज्ञान शिक्षक विमल किशोर बोयपाई व बाल संसद का नेतृत्व बासमती चातोंबा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रभारी अजय कुमार ने किया।
राज्य समन्वयक ने कस्तूरबा स्कूल का किया निरीक्षण :
राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग स्वच्छता के लिये ओवरआल केटैगरी में नामित स्कूल निरीक्षण के लिये गुरुवार को दिल्ली यूनिसेफ की सहयोगी संस्था के झारखंड राज्य के अखिलेश कुमार निरीक्षण के लिए गुरुवार को नोवामुंडी स्थित कस्तुरबा गांधी आवासीय स्कूल पहुंचे हुए थे। अखिलेश कुमार ने विद्यालय परिसर की साफ सफाई, छात्राओं के लिये बने शौचालय, एमएचएम कमरे, सीडब्लूएसएन,शौचालय कंपोस्ट गड्ढे, जल छाजन, रसोई घर, छात्रावास, कक्षा की क्षमता, हस्त धुलाई प्वाइंट, किचन गार्डेन,औषधीय उद्यान आदि का अवलोकन किया। उन्होंने स्वच्छता से संबधित विभिन्न मानकों के मूल्यांकन के समय विद्यालय से संबंधित आवश्यक दस्तावेजों का अवलोकन भी किया। इसके पहले राज्य के समन्वयक का विद्यालय पहुंचने पर छात्राओं ने पारंपरिक नृत्य से स्वागत किया।