सीएम से विधायक ने की बात, सात प्रमुख सड़कों का होगा निर्माण
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मोबाइल पर विचार-विमर्श के पश्चात चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव ने चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र की सात प्रमुख सड़कों की सूची मुख्यमंत्री को सौंपी है।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मोबाइल पर विचार-विमर्श के पश्चात चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव ने चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र की सात प्रमुख सड़कों की सूची मुख्यमंत्री को सौंपी है। इन सड़कों का जीर्णोद्धार, मरम्मत, निर्माण एवं चौड़ीकरण होना है। गुरुवार की सुबह मुख्यमंत्री सोरेन और विधायक उरांव में दूरभाष पर चक्रधरपुर की सड़कों की मौजूदा हालत पर देरतक विचार-विमर्श हुआ। जिसके बाद प्रमुख सात सड़कों की सूची तैयार कर मुख्यमंत्री को भेजी गई। मुख्यमंत्री ने सभी सातों सड़कों के निर्माण की मंजूरी प्रदान करने की बात कही है। इस संदर्भ में विधायक श्री उरांव ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री सोरेन के निर्देश पर आरई की प्रमुख सड़कों को पथ निर्माण विभाग के अधीन लाकर निर्माण कराना है। इसी मकसद से अपने बनमालीपुर स्थित आवास में पथ निर्माण विभाग के सहायक अभियंता शशिशेखर मिश्रा को बुलाकर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाली प्रमुख सड़कों की स्थिति पर चर्चा की। चर्चा के दौरान सात प्रमुख सड़कों की सूची तैयार की गई है। जिनका निर्माण पीडब्ल्यूडी के माध्यम से होगा। उन्होंने कहा कि ये सड़कें या तो काफी पुरानी या पतली हैं। इसका निर्माण होने से पांच सौ से अधिक गांवों और टोलों में निवास करने वाले हजारों लोगों को लाभ मिलेगा। इन सड़कों की सूची भेजी गई है सीएम को
1. चक्रधरपुर एनएच-75 से सटी उलीडीह, चैनपुर, सहजोड़ा, महुलपानी, चारमोड़, बाघमारा से जांटा तक 29.5 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण।
2. बनमालीपुर से जयपुर, सुरबुड़ा, बांझीकुसुम, टोकलो 20 किलोमीटर सड़क का निर्माण
3. चक्रधरपुर, टोकलो, कुचाई 22 किलोमीटर पथ का चौड़ीकरण सह लेन अपग्रेडेशन कार्य।
4. बांझीकुसुम, टोकलो 22 किलोमीटर पथ का लेन अपग्रेडेशन कार्य।
5. टेबो से रोबोद, कोटगढ़ 18 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण।
6. एनएच-75 में बिदा से रोड़ो, जुरमु, जामदा, दिरीकेसेल, पोड़ंगेर तक 30 किमी पथ का निर्माण।
7. चक्रधरपुर-टोकलो पथ में श्यामरायडीह चौक से मंडलसाई, गोदामढ़ीपा, चांदनी चौक, बामनगुटु, बांकीतापी, गेडेडीह, रोंडा, झरझरा, टोकलो 28 किलोमीटर पथ का निर्माण।