लॉटरी से लक्की ड्रा के नाम पर 75 लाख की ठगी
सदर प्रखंड अंतर्गत तुईबीर के सोसोहातु गांव में लॉटरी के नाम पर ग्रामीणों को ठगने का मामला प्रकाश में आया है।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : सदर प्रखंड अंतर्गत तुईबीर के सोसोहातु गांव में लॉटरी के नाम पर ग्रामीणों को ठगने का मामला प्रकाश में आया है। सोसोहातू गांव के कुछ लोगों ने लाइम ड्रीम लॉटरी लक्की ड्रॉ, शिव मंदिर के नाम से एक समिति बनाई थी। समिति ने मंदिर के निर्माण की बात कहकर पूरे पश्चिम ¨सहभूम जिले में अपने 217 एजेंट की मदद से डेढ़ लाख रसीदें बेचीं थीं। प्रति रसीद 50 रुपये मूल्य रखा गया था। इस हिसाब से करीब 75 लाख रुपये की लॉटरी बेची गई है। लक्की ड्रा में सोनालिका ट्रैक्टर, छोटा हाथी, पल्सर-150, एक जोड़ी बैल, पैशन प्रो मोटरसाइकिल, स्कूटी, सोनी टीवी, हैवी ड्यूटी मोटरसाइकिल और 10 हजार रुपये का जियो मोबाइल जैसे आकर्षक पुरस्कार रखे गए थे। लॉटरी लक्की ड्रॉ की तिथि 20 फरवरी को सोसोहातु गांव में ही निर्धारित थी। लक्की ड्रॉ में ईनाम लेने के लिए बुधवार को पूरे जिले के अलग-अलग प्रखंडों से काफी संख्या में लोग निधार्रित स्थल पर पहुंचे हुए थे। मौके पर पहुंचे लोगों ने देखा कि वहां न तो किसी तरह का मंदिर था और न ही लक्की ड्रॉ को लेकर कोई बैनर या पोस्टर लगा था। लाइम ड्रीम लॉटरी लक्की ड्रॉ समिति का कोई आदमी भी वहां मौजूद नहीं था। यह देखकर लॉटरी खरीदने वाले लोग आक्रोश में आ गए। इस दौरान गलती से समिति का अध्यक्ष मौके पर पहुंच गए। कुछ लोगों ने उसे पहचान लिया और घेर लिया। लोग उसे पीटकर उसके घर का सामान उठाने की तैयारी में थे। लोगों के आक्रोश को देखकर अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि लक्की ड्रॉ जरूर होगा। किसी कारणवश 20 फरवरी को हम नहीं करा पाए हैं। इस पर लोगों ने तिथि निर्धारित करते हुए लिखित देने को कहा। उसने लिखित नहीं दिया मगर यह विश्वास दिलाया कि पांच मार्च को लक्की ड्रॉ किया जाएगा। इसके बाद लोग शांत हो गए मगर जाते-जाते चेतावनी दे गए कि अगर हम लोगों के साथ ठगी हुई तो किसी को छोड़ेंगे नहीं। आयोजन समिति के पदाधिकारियों का स्विच ऑफ था मोबाइल
लाइम ड्रीम लॉटरी लक्की ड्रा, शिव मंदिर नाम से काटी गई रसीद में दिए गए फोन नंबर पर जब लोगों ने कॉल लगाया तो वह स्विच ऑफ बता रहा था। रसीद काटने के दौरान कुछ एजेंट के नंबर भी लोगों को दिए गए थे। वे नंबर भी बंद थे। बाद में समिति अध्यक्ष का कहीं से नंबर मिलने पर उसे किसी तरह मौके पर बुलाया गया। इसके बाद उसे जमकर फटकारा गया। लोगों ने स्पष्ट कहा कि अगर 5 मार्च को लक्की ड्रॉ नहीं हुआ तो किसी को छोड़ेंगे नहीं। 217 एजेंट के माध्यम से बेची रसीदें
समिति ने रसीद काटने के लिए करीब 217 एजेंट को नियुक्त किया था। ये एजेंट लगातार तीन-चार माह तक जिले भर में घूम-घूमकर 50 रुपये मूल्य की रसीद काटकर पैसा जमा कर रहे थे। इसके एवज में हर एजेंट को 1000-1200 रुपये का भुगतान किया गया। समिति अध्यक्ष के पास भुगतान का कोई लिखित प्रमाण नहीं है। इस संबंध में अभी तक स्थानीय थाने में किसी तरह की कोई शिकायत भी दर्ज नहीं कराई गई है। हम लोग इस बार किसी कारणवश ड्रॉ नहीं कर पाए हैं। इसके लिए माफी चाहते हैं। सभी प्रतिभागियों से हम लोगों ने 5 मार्च को लाटरी का ड्रॉ कराने का वादा किया है। हम लोगों ने कोई ठगी नहीं की है।
फोटो-4-अध्यक्ष, लाइम ड्रीम लॉटरी लक्की ड्रॉ, शिव मंदिर, सोसोहातु गांव।