Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मशीन की तरह काम बंद कराने और माइलेज भत्‍ते समेत दस मांगों को लेकर लोको पायलटों ने शुरू की 48 घंटे की भूख हड़ताल

    Updated: Tue, 02 Dec 2025 07:29 PM (IST)

    ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के आह्वान पर लोको पायलटों ने 48 घंटे की भूख हड़ताल शुरू की है। चक्रधरपुर रेल मंडल में रनिंग स्टाफ ने प्रदर्शन किया ...और पढ़ें

    Hero Image

    मंगलवार को अपनी विभिन्‍न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते लोको पायलट। ● जागरण

    जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (AILRSA) के आह्वान पर देशभर के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट मंगलवार से 48 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। इसी कड़ी में चक्रधरपुर रेल मंडल के राउरकेला, बंडामुंडा, झारसुगुड़ा, टाटानगर, डांगुवापोसी, सीनी और चक्रधरपुर समेत विभिन्न क्रू लॉबी के बाहर दर्जनों रनिंग स्टाफ ने प्रदर्शन किया और अपनी नौ सूत्री मांगें रेलवे प्रशासन के समक्ष रखीं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
     
    हड़ताल 2 दिसंबर सुबह 10 बजे से 4 दिसंबर सुबह 10 बजे तक चलेगी। आंदोलनरत लोको पायलटों का कहना है कि वे भूखे पेट भी ट्रेनें चला रहे हैं, ताकि रेल संचालन बाधित न हो, लेकिन उनकी शिकायतों पर सरकार और रेलवे पूरी तरह उदासीन हैं।
     
    प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे लोको पायलट केपी मुंडा ने कहा कि लगातार बिना विश्राम के लंबी ड्यूटी, लगातार रात की शिफ्ट और बढ़ते कार्यभार ने लोको पायलटों को मशीन बना दिया है। इससे न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ रहा है।
     
    उन्होंने कहा कि अतिरिक्त ड्यूटी लेने के बावजूद रनिंग स्टाफ को उनके अधिकार और भत्ते समय पर नहीं मिलते। सबसे बड़ा विवाद प्रति किलोमीटर भत्ता (Mileage Allowance) को लेकर है, जिसमें 1 जनवरी 2024 से 25% बढ़ोतरी लागू होनी थी, लेकिन आज तक नहीं हुई। 
     
    प्रत‍ि किलोमीटर भत्ते के 70% हिस्से को आयकर मुक्त करने की मांग पर भी अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो आंदोलन को और अधिक उग्र रूप दिया जाएगा। 
     
    लोको पायलटों का कहना है कि वे देश की जीवनरेखा मानी जाने वाली रेल सेवाओं को सुरक्षित रखने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं, लेकिन सरकार उनकी समस्याओं को सुनने को तैयार नहीं।
     
    रनिंग स्टाफ का कहना है कि उनका आंदोलन अधिकारों के लिए है, और वह तब तक जारी रहेगा जब तक रेलवे उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करता।
     
    हड़ताल और प्रदर्शन में पीसी पसयात, एनएन मार्डी, केपी मुंडा, एनसी गार्डिया, जी. राजशेखर, राजेश कुमार लुहा, ए.के. गुप्ता, बी.बी. साह, नागवार कुमार, आरके आदित्य, धर्मेंद्र प्रसाद, बीके किंडो समेत बड़ी संख्या में लोको पायलट और सहायक लोको पायलट शामिल रहे।
     
     

    लोको पायलटों ने 10 प्रमुख मांगें उठाई  

    • माइलेज भत्ते में 25% वृद्धि तुरंत लागू की जाए
    • किमी भत्ते का 70% हिस्सा आयकर मुक्त करें
    • 46 घंटे आवधिक विश्राम (PR) लागू करें
    • लगातार दो रात से अधिक नाइट ड्यूटी पर रोक
    • 36 घंटे के भीतर मुख्यालय वापसी सुनिश्चित
    • ALP से FSD और हैंडब्रेक कार्य हटाया जाए
    • NPS समाप्त कर पुरानी पेंशन बहाल की जाए
    • महिला रनिंग स्टाफ के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जाएं
    • ALP से LPM तक पदों का वेतनमान L-6 से L-10 किया जाए
    • मेल/एक्सप्रेस में अधिकतम 6 घंटे तथा मालगाड़ी में 8 घंटे ड्यूटी तय हो