Lockdown सर, हो सके तो किसी तरह हमें हमारे गांव भेजने की व्यवस्था करा दें
हैदराबाद के लक्ष्मी नजर मन्ना टुरस कम्पनी में काम करने वाले झारखण्ड के करीब 30 मजदूरों की व्यवथा।
जगन्नाथपुर (पश्चिमी सिंहभूम) संवाद सूत्र। हमें हो सके तो हमारे गांव भेजवाने की कोई व्यवस्था कर दिजिए। क्योंकि परिवार से मिलना है। अपना हाल चाल बताना है और उनका भी जानना है।
अगर लॉकडाउन में गांव घर पहुंच पाना अभी सम्भव नही है तो हम जहां पर है वहां कम से कम मुलभूत सुविधा तो मिल जाये। कुछ इसी तरह है दर्द बयां कर रही है हैदराबाद के लक्ष्मी नजर मन्ना टुरस कम्पनी में काम करने वाले झारखण्ड के करीब 30 मजदूरों की। ये मजदुर नोवामुण्डा, जगन्नाथपुर, टोंटो, मंझारी प्रखण्ड के साथ साथ गिरीडीह प्रखण्ड क्षेत्र के निवासी है।
कोरोना वायरस को लेकर देश में हुए लॉकडाउन के बाद ये युवक इसी कम्पनी में ही रह गये है। यहां ये सभी दिन और रात ड्यूटि करके दैनिक 486 रुपया तक कमा लेते थे। पिछले करीब 15 दिन तक काम हुआ लेकिन उसका पैमेंट कम्पनी ने अभी दिया है। फिलहाल मन्ना टुरस कम्पनी में काम बंद है। कम्पनी के मैनेजर ने इन युवकों को एक हॉल में ठहराया है।
काकुईता निवासी रायमल सिंकु ने अपना दर्द बयां करते हुए यह जानकारी दी। बताया कि करीब 30 युवक के लिए 5 किलो सब्जी व 5 किलो दाल 10 दिन तक चलाने के लिए मिलता है। चावल की कमी नही है। वही न साबुन व तेल मिल रहा है। मास्क भी खुद खरीद कर पहने हुए है। हमारे यहां छोटे मोटे खर्च करने के लिए पैसे का भी अभाव हो गया है। कम्पनी के मैनेजर रमना रेड्डी ने सख्त निर्देश दिया है कि कोई बाहर नही निकलेगा। यदि किसी युवक को कुछ हो जाये तो उसका कम्पनी जिम्मा नही लेगी। कम्पनी रिक्स नही ले रही है। इसलिए हम सभी वापस जाना चाहते है। या फिर हमे यहां सारी उचित सुविधा दिलाया जाये।
हमारे साथी युवक गुरुचरण, राउतु सुनिराम व दामु लागुरी पिछले करीब चार दीन बिमार है। उन्हे सर्दी खांसी, पेट व सर दर्द की शिकायत है। मैनेजर रमना रेड्डी से दवा जांच कराने की मांग की गई है पर सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। हम लोग कम्पनी में रात को खाना बनाने है और सुबह में सरकारी विधालय पैकेट बना कर पहुंचाने का काम करते है। रायमल सिंकु ने अपने बातचित में कहा कि सांसद गीता कोड़ा व सरकार द्वारा हो सके तो यहां पर हमे मुलभूत सुविधायें जो वर्तमान परस्थिति के लिए जरुरत है को दिलाने के लिए पहल करे।
मन्ना टुरस कम्पनी हैदराबाद के लक्ष्मीनगर जिला रंगा रेड्डी में है। हैदराबाद के मन्ना टुरस कम्पनी में फंसे युवकों में गोबिन्द सिरका जेटेया, रोया लागुरी बोम्बईसाई, गुरुचरण गोप पाउपी, परमेश्वर तिरिया नोवामुण्डी, सुनिराम हेम्बरम टोंटो, रायमन बिरुआ गोरियाडुबा, सुनील लोहार काकुईता, विपीन सिंकु रेगेडलोवा, राउतु सिंकु पाउपी, दामु लागुरी टोटों, बिनोद तांती मोहन तांती काकुईता, दनियल सिंकु जिकीलता,राजु सिंकु काकुईता, हरिश सिंकु मैरमसाई, रविकांत हेम्बरम, लक्ष्मण सिंकु काकुईता, कृष्णा हेम्बरम, रूमेश लागुरी, जमदार पुरती काकुईता, उदय लागुरी टोंटो, सुरेंद्र कुन्दरुगुटु, बुलेसिंह केराई माटगुटू, रामचंद्र सिंकु पाउपी, सरदना लागुरी, बम्बसाई, रायमल सिंकु काकुईता वही गिरीडीह जिला जेओदा गांव के प्रदीप यादव, किशोर सोरेन, पवन कुमार यादव, बहादुर सोरेन, बिमल मुर्मू आदि शामिल है।