आम-जन जागरूकता से ही जल संग्रह संभव : किसिजर सुरीन
ीएबीएम हाईस्कूल प्राचार्य राजेश कुमार ने कहा कि समूचा देश भीषण जल समस्या से जूझ रहा है।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : पीएबीएम हाईस्कूल प्राचार्य राजेश कुमार ने कहा कि समूचा देश भीषण जल समस्या से जूझ रहा है। इसके लिए वर्षा जल का संग्रहण, संरक्षण तथा समुचित प्रबंधन आवश्यक है। यही एकमात्र विकल्प भी है। यह सब आम-जन की जागरूकता व सहभागिता से ही संभव हो सकता है। वे शुक्रवार को स्कूल स्तर पर गठित जागरण जल सेना को जल संग्रह के विषय में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने बताया कि भूजल संरक्षण के लिए देशव्यापी अभियान चलाया जाना आवश्यक है, ताकि भूजल का समुचित नियमन हो सके। भारतीय संस्कृति में जल को जीवन का आधार माना जाता है। इसी कारण जल को संचित करने की परंपरा हमारे देश में शुरू से ही रही है। समाज ही इस अभियान में सहयोग दे सकता है। जागरण नोडल शिक्षक आमोद कुमार मिश्रा ने बताया कि समाज के हर व्यक्ति को अपने-अपने स्तर व सामर्थ्य के अनुसार जल संरक्षण अभियान की शुरुआत करनी चाहिए। इस प्रकार जल संरक्षण में पूरे समाज को अपनी ओर से नई पहल करनी होगी। जल संकट की समस्या के समाधान के लिए जल संरक्षण ही एकमात्र विकल्प रह जाता है। इसके अलावा प्रत्येक सेना को पौधरोपण करना आवश्यक है। जागरण जल सेना को जल संरक्षण विषय से संबंधित शिक्षा देने के बाद निचले सतह पर सोख्ता निर्माण कराया जा चुका है। सहायक शिक्षक दीपक महतो ने भी जल संरक्षण से संबंधित विचार साझा किए। मौके पर जागरण जल सेनाओं में रहनुमा खातून, काजल कुमारी, विद्या यादव,जोटया जेराई, जगन्नाथ तामसोय, दमयंती बिरुली, तनु करूवा, समीर करूवा, शशांक पाल, यश तिरिया आदि उपस्थित थीं।