भविष्य के लिए हरेक बूंद बचाना सबका दायित्व : संजीता मिज
संवाद सूत्र नोवामुंडी कुटिगता उत्क्रमित मिडिल स्कूल में सहेज लो हर बूंद के तहत जागरण जल सैनिकों ने जल संरक्षण अभियान को जारी रखा है।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : कुटिगता उत्क्रमित मिडिल स्कूल में 'सहेज लो हर बूंद' के तहत जागरण जल सैनिकों ने जल संरक्षण अभियान को जारी रखा है। इसके पहले पर्यावरण संरक्षण के दिशा में पौधरोपण कर जल संरक्षण अभियान की शुरुआत की थी। स्कूल परिसर में नोडल शिक्षक गेदाम कैरम ने जागरण जल सैनिकों को अगले एक सप्ताह के भीतर सोख्ता तैयार कर पानी बचाने के लिए शपथ दिलाई। प्रधान शिक्षिका संजीता मिज ने जल सेनाओं को वर्ग कक्ष में बैठक आयोजित कर पौधरोपण से जल स्तर बढ़ाने के विषय में जानकारी देते बताया कि राज्य सरकार व दैनिक जागरण ने भविष्य में आने वाले जल संकट का अनुमान लगाकर जल संरक्षण के लिए अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान में जुड़कर लोग मंजिल तक पहुंचाने के लिए मुहिम शुरू कर दी है। अभियान को मूर्त रूप देने के लिए शिक्षण संस्थानों को भी शामिल किया गया है। स्कूलों में जागरूकता लाने के लिए जागरण जल सेना गठित की गई है। जागरण जल सेना स्कूलों में पौधरोपण व सोख्ता गड्ढे तैयार कर भविष्य के लिए जल सुरक्षित करना शुरू कर दिए हैं। बताया कि जंगलों की पेड़ों की लगातार हो रही कटाई से पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। उद्योग धंधे शुरू करने के लिए जरूरत से अधिक पेड़ कट रहे है। घने जंगलों में पेड़ों के अभाव में पर्यावरण संतुलन बिगड़ गया है। इसका सीधा असर जल संरक्षण पर पड़ रहा। जल संरक्षण के पहले खाली जगहों पर प्रत्येक व्यक्ति को साल में एक पौधे लगाना अनिवार्य है। बताया कि हमें जल संरक्षण के लिए ध्यान देने की जरूरत है। हमें बर्षात की पानी को एक स्थान पर संग्रह करना है। संग्रह किए गए जल भबिष्य में जीवन बचाने के लिए काम आएगी। जल संरक्षण अभियान में वर्षात के पानी को रोककर संग्रह के लिए सोख्ता निर्माण को विशेष महत्व दी गई है। जल सेना को सबसे पहले अपने स्कूल परिसर में में सोख्ता तैयार करने की नसीहत दी है। इसके लिए स्थल भी चयन कर लिया गया है।बताया कि स्कूल में जल संरक्षण के विषय में जानकारी हासिल कर घर में इसे बताना है। आसपास के लोगों को भी अभियान के विषय में विस्तार से कहना अनिवार्य है। शपथ ग्रहण के दौरान नोडल शिक्षक गेदाम कैरम,नोडल छात्र हरीश पुरती के आलावा हरीश पुरती, लक्ष्मण पुरती, मंजू पुरती, सलीना लागुरी, सुखराम कैरम, संदीप लागुरी, कुनी पुरती, रोयबरी पुरती, शुक्रमनी तिरिया, धनसिंह कैरम, बसंती पुरती, लुकना तिरिया प्रमुख रूप से उपस्थित थे।