नदी में गिरा वायुसेना का विमान, पायलट ने पैराशूट से कूदकर बचाई जान
विमान गिरते ही जोरदार धमाके के साथ बालू में धंस गया। उसका ब्लैक बॉक्स बाहर गिरा मिला।
जेएनएन, जमशेदपुर। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के महुलडांगरी गांव में वायुसेना का एक ट्रेनर हॉक जेट (प्रशिक्षण में इस्तेमाल होने वाला विमान) मंगलवार की दोपहर लगभग 12 बजे दुर्घटनाग्रस्त होकर स्वर्णरेखा नदी में जा गिरा। विमान गिरते ही जोरदार धमाके के साथ बालू में धंस गया। उसका ब्लैक बॉक्स बाहर गिरा मिला। पायलट अरविंद कुमार जोशी घटनास्थल से लगभग 200 मीटर दूर पैराशूट के सहारे सुरक्षित उतर गए। पायलट के चेहरे और हाथ में चोट लगी है। ग्रामीणों ने पायलट को नदी से गांव के करीब पहुंचाया। इसके बाद पायलट को एंबुलेंस से बहरागोड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती कराया गया।
इधर, घटना की सूचना मिलने पर कलाईकुंडा (खड़गपुर, पश्चिम बंगाल) से वायुसेना के अधिकारी अरविंद को लेने के लिए इमरजेंसी हेलीकॉप्टर से मौके पर पहुंचे। वे जख्मी पायलट को अपने साथ कलाईकुंडा लेकर चले गए। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि जिस वक्त पायलट अरविंद ने उड़ान भरी उसी दौरान विमान में आग लग गई। इसकी सूचना उन्होंने कलाईकुंडा कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल रूम से उन्हें क्रैश लैंडिंग का आदेश मिला। अरविंद ट्रेनर हॉक जेट को महुलडांगरी के पास नदी में उतारते हुए स्वयं पैराशूट से नीचे उतर गए।
ट्रेनर हॉक जेट दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलने पर पुलिस व सीआरपीएफ के अधिकारियों व जवानों के अलावा अग्निश्मन की दो गाडि़यां व दो एंबुलेंस वहां पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया गया। नदी में कहीं बालू तो कहीं गहरा पानी भरा है। शाम तक दुर्घटनाग्रस्त ट्रेनर हॉक जेट के मलबे से आग की लपटें निकल रही थीं। कोलकाता में रक्षा प्रवक्ता विंग कमांडर एसएस बिर्दी ने बताया कि यह हादसा ओडिशा व झारखंड की सीमा के पास महुलडांगरी गांव में हुआ। विमान ने कलाईकुंडा वायुसेना स्टेशन से उड़ान भरी थी।
पायलट अरविंद कुमार जोशी।
सेना के विमान का निकाला जा रहा मलवा
वायु सेना का विमान मंगलवार को स्वर्णरेखा नदी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह बालू में करीब 40 फुट तक धंस गया था। बुधवार को इसका मलवा निकाला जा रहा है। हादसा क्यों हुआ इसकी भी जांच की जा रही है।