ग्राहक बनकर शराब दुकान पहुंच गये कार्यपालक दंडाधिकारी, प्रिंट रेट से अधिक दर पर शराब बेचकर फंसे सेल्समैन
उपायुक्त अनन्य मित्तल को लंबे समय से यह शिकायतें मिल रही थी कि शराब विक्रेता शराब की बोतलों में अंकित मूल्य से अधिक रुपये ग्राहकों से वसूल रहे है। इस पर सदर कार्यपालक दंडाधिकारी राम नारायण खलखो ने स्वयं ग्राहक बनकर की इसकी जांच।
जागरण संवाददाता, चाईबासा। चाईबासा में अंकित मूल्य से अधिक दर पर शराब बेचे जाने की शिकायत मिलने के बाद गुरुवार को प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। मामले में चाईबासा शहर में सरकार की ओर से संचालित पांच शराब दुकानों पर छापामारी करते हुए पांच सेल्समैन को पकड़ा गया है और उनके खिलाफ सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी प्रक्रिया की जा रही है।
ग्राहक बनकर शराब की दुकान जा पहुंचे कार्यपालक दंडाधिकारी
जिन सेल्समैन पर कार्रवाई की गई है उनमें अखिलेश कुमार (35 वर्ष), अमन प्रधान (26 वर्ष), सोनू कुमार सिंह (26 वर्ष), दिनेश प्रसाद (51 वर्ष) व पप्पू कुमार (24 वर्ष) शामिल हैं।
बुधवार को सदर कार्यपालक दंडाधिकारी राम नारायण खलखो ने स्वयं ग्राहक बनकर सबसे पहले बस स्टैंड से कुछ दूरी पर फ्लाईओवर के पास स्थित एक अनुज्ञप्ति प्रदत्त (licensed) सरकारी विदेशी शराब की दुकान पर जाकर शराब की बोतल खरीदी।
दुकानों में प्रिंटेड रेट से अधिक कीमत पर शराब की बिक्री
इस दौरान सेल्समैन ने उनसे भी अंकित मूल्य से अधिक दर मांगी। इससे पूर्व में मिल रही शिकायतों की पुष्टि हुई। कार्यपालक दंडाधिकारी ने तुरंत कुछ दूरी पर छिपी पुलिस को मौके पर बुला लिया। इसके बाद पुलिस ने शराब की बोतल को जब्त कर लिया।
फिर उन्होंने ग्राहक बनकर यशोदा टाकीज के पास स्थित दुकान पहुंचकर रायल चैलेंज कंपनी का 180 एमएल शराब की बोतल खरीदी। उक्त शराब की बोतल पर 190 रुपये मूल्य अंकित था, परंतु शराब के विक्रेता ने उनसे अंकित मूल्य से 10 रुपये अधिक यानि 200 रुपये मांगे।
दुकानदारों पर अब होगी कानूनी कार्रवाई
इसके बाद यहां भी पुलिस को बुलाकर उक्त शराब की बोतल जब्त कराई गई और संबंधित सेल्समैन का नाम व पता पूछकर पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए निर्देश दिया।
कार्यपालक दंडाधिकारी ने इसी तरह टुंगरी मोड़ सहित अन्य सरकारी विदेशी शराब की दुकानों में छापामारी कर हेराफेरी के मामलों का भंडाफोड़ किया। गुरुवार को संबंधित दुकानों के सेल्समैन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
लंबे समय से मिल रही थी अधिक रुपये वसूलने की शिकायतें
बता दें कि उपायुक्त अनन्य मित्तल को लंबे समय से यह शिकायतें मिल रही थी कि शराब विक्रेता शराब की बोतलों में अंकित मूल्य से अधिक रुपये ग्राहकों से वसूल रहे है। इन शिकायतों को उपायुक्त ने गंभीरता से लेते हुए सदर अनुमंडल पदाधिकारी शशींद्र बड़ाइक को सत्यता की जांच करने का आदेश दिया था। इसी के आलोक में एसडीओ ने कार्यपालक दंडाधिकारी को नियुक्त कर बड़ी कार्रवाई की है।