गोईलकेरा के दो गांवों में हाथियों का उत्पात, पांच घरों को तोड़ा
भोजन की तलाश में भटक रहे हाथियों के एक झुंड ने गोईलकेरा से सटे दोड़बो और टुनडिका गांव में बीती रात जमकर उत्पात मचाया।
संवाद सूत्र, गोईलकेरा : भोजन की तलाश में भटक रहे हाथियों के एक झुंड ने गोईलकेरा से सटे दोड़बो और टुनडिका गांव में बीती रात जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने इस दौरान पांच लोगों के घर तोड़ डाले वहीं खेतों में लगी धान व मक्के की फसल को भी नष्ट कर दिया। हाथियों के गांव में अचानक आ धमकने से दोनों गांवों में अफरा तफरी मची रही। 20 से 25 हाथियों का एक झुंड पास के जंगल से महादेवशाल पहुंच गया था। यहां ग्रामीणों ने एकजुट होकर हाथियों को खदेड़ा तो सभी दोड़बो गांव में पहुंच गए। दोड़बो में रेलकर्मी लंबोदर सिजुई के घर को हाथियों ने तोड़ डाला। घर के अंदर परिवार की वृद्ध महिला समेत सात लोग मौजूद थे। इनमें से छह लोगों ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई। वहीं वृद्ध महिला भाग नहीं सकी और हाथियों को देखकर कोने में दुबकी रही। गनीमत रही कि हाथियों ने उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाया। करीब ढाई घंटे तक हाथी गांव में उत्पात मचाते रहे। फिर लोगों ने पटाखे जलाकर हाथियों को खदेड़ा। दोड़बो से हाथियों का झुंड टुनडिका गांव पहुंच गया जहां क्रिसन हांसदा, दयाल नाग, लक्ष्मण हांसदा और लखन मालदा के घरों को गजराजों ने ध्वस्त कर दिया। जबकि सीनू पूर्ति, सादो जोंकों और तुराम पूर्ति के खेतों में लगी धान और मक्के की फसलों को चट कर गए। खेत की तैयार फसल को भी हाथियों ने रौंद डाला। इधर सूचना मिलने के बाद वन विभाग के बेरा रेंज के अधिकारी व कर्मचारी गांव में पहुंचे। वनकर्मियों ने हाथियों द्वारा किए गए नुकसान का जायजा लिया। साथ ही मुआवजे के लिए पीड़ित लोगों को फॉर्म भरने के लिए दिए गए हैं।