चंद्री व चैनपुर पहुंची टीम, नहीं मिले हाथी
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : प्रखंड के चैनपुर एवं चंद्री पंचायत में हाथियों का डर ग्रामीणों में इस क
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : प्रखंड के चैनपुर एवं चंद्री पंचायत में हाथियों का डर ग्रामीणों में इस कदर समाया हुआ है कि लोग कहा-सुनी में भी इधर-उधर भागने लगे हैं। गुरुवार को भी किसी व्यक्ति ने ग्रामीणों से कह दिया कि पनसुवां में हाथियों का जमावड़ा लगा है। इसके बाद ग्रामीण इस कदर डरे-सहमे कि अपने काम-काज छोड़कर सुरक्षित जगहों की ओर भाग खड़े हुए। अपने खेतों में धान काट रहे ग्रामीण भी धान काटना छोड़ अपने-अपने घर की ओर भागे। लेकिन दोपहर 12 बजे तक कहीं हाथियों का आगमन नहीं हुआ। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग एवं आजसू विधानसभा क्षेत्र प्रभारी रामलाल मुंडा को भी दी। खबर पाकर आजसू नेता भी चंद्री एवं चैनपुर गांव पहुंच गए। गांव पहुंचते ही कुछ लोग चन्द्री में तो कुछ लोग चैनपुर चौक में एकत्रित हुए। चैनपुर चौक पहुंचे ग्रामीणों के चेहरे पर हाथियों का डर साफ दिखा रहा था। ग्रामीणों का कहना था कि खबर उड़ी कि बड़ाबाम्बो की ओर से लोगों द्वारा हाथियों को खदेड़ा जा रहा है। जानुमपी एवं परिया गांव के आसपास हाथी पहुंच गए है। कुछ देर में हाथी इधर आ जाएंगे। करीबन सवा 11 बजे वनविभाग की टीम भी पूरी बटालियन के साथ गांव पहुंच गई। काफी देरी तक वन विभाग की टीम इधर उधर भटकती रही, लेकिन हाथियों का झुण्ड कहीं नहीं दिखा। वहीं वन विभाग द्वारा ग्रामीणों से कहा गया कि आप लोग अगर हाथी देखते हैं, तो उसे कुछ न करे। जहां जा रहा है, वहां उसे जाने दें। हाथियों के साथ छेड़छाड़ न करें। हाथियों के साथ छेड़छाड़ करने पर हाथी कुछ भी कर सकते हैं। करीबन एक-डेढ़ घंटा चैनपुर एवं चंद्री गांव के आसपास वन विभाग की टीम गश्त करती रही। इसके बाद वापस चल गई। वन विभाग की टीम में केरा वन क्षेत्र पदाधिकारी विनय कुमार, सोंगरा वन क्षेत्र पदाधिकारी रामसूरत प्रसाद, वनपाल एवं काफी संख्या में वनरक्षी मौजूद रहे।
हाथियों को देखने के लिए लोग चढ़ गए टावर पर
चैनपुर व आसपास के ग्रामीणों को हाथियों के आगमन की सूचना मिलने पर कई ग्रामीण 33 हजार केवीए के टावर पर चढ़कर हाथियों को देखने लगे। लेकिन इस क्षेत्र में हाथी थे ही नहीं। तीन दिन पूर्व हाथियों के झुंड ने एक ग्रामीण को पटक-पटक कर मार डाला था। जिसके बाद दोनों पंचायत के ग्रामीणों में हाथियों के नाम से ही डर बैठ गया है। हाथियों की सूचना पाकर कई ग्रामीण अपने बच्चों को लेकर छत पर बैठ गए।