आजादी के 72 साल बाद थलकोबाद में आई बिजली
जासं, चाईबासा : सारंडा के अति नक्सल प्रभावित थलकोबाद में पहली बार ग्रामीणों ने सही मायने में दीपावली मनाई। आजादी के 72 वर्ष बाद सीआरपीएफ की पहल पर यहां के घर-आंगन बिजली से रोशन हुए।
जासं, चाईबासा : सारंडा के अति नक्सल प्रभावित थलकोबाद में पहली बार ग्रामीणों ने सही मायने में दीपावली मनाई। आजादी के 72 वर्ष बाद सीआरपीएफ की पहल पर यहां के घर-आंगन बिजली से रोशन हुए। जैसे ही इस गांव में मिनी पॉवर स्टेशन का शुभारंभ हुआ, ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी का ठिकाना ना रहा।
पश्चिम ¨सहभूम के जिला मुख्यालय चाईबासा से करीब 150 किलोमीटर दूर थलकोबाद गांव है। यहां समय समय पर कई मंत्री और अधिकारी पहुंचे। सभी ने गांव को शुद्ध पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य आदि सुविधाएं मुहैया कराने का भरोसा दिलाया। लेकिन जाते ही वादे भूल गए। आजादी के बाद पहली बार सीआरपीएफ 197 बटालियन के कमांडेट ने पहल की, और इस गांव में बिजली पहुंच गई।
बुधवार को थलकोबाद में विद्युत-आपूर्ति व्यवस्था का शुभारंभ हुआ। कमांडेट परम शिवम ने दो बुजुर्ग महिलाओं संग मिलकर इसकी शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज हमने बल्ब की रोशनी से ज्ञान की रोशनी की ओर गांव को लाने का प्रबंध किया है। डिप्टी कमांडेंट आशीष कुमार ने कहा कि पूरे झारखंड में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल इस प्रकार की मुहिम चला रहा है। मकसद है अपनी जिम्मेदारी वाले इलाकों को मुख्यधारा के संपर्क और साधनों से जोड़ना। गांव में स्कूल व्यवस्था बढि़या हो, इस दिशा में अब कोशिश की जाएगी। उन्होंने बताया कि आनेवाले समय में स्थानीय प्रशासन व समाजसेवी संगठनों के साथ मिलकर कई और कार्यक्रम चलाए जाएंगे।