नप के कार्यपालक पदाधिकारी प्रभार देने से कतरा रहे
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार तबादले के बाद भी चक्रधरपुर में जमे हुए हैं। नए प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी के बार-बार प्रयास के बावजूद प्रभार देने में आनाकानी कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार तबादले के बाद भी चक्रधरपुर में जमे हुए हैं। नए प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी के बार-बार प्रयास के बावजूद प्रभार देने में आनाकानी कर रहे हैं। इसे लेकर शहर में राजनीति गरमाने लगी है। विधायक शशिभूषण सामड ने दो दिन में प्रभार का लेनदेन नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। विधायक ने कहा कि सुशील कुमार के कार्यकाल में जमकर लूट खसोट हुआ है। विकास योजनाओं में खूब अनियमितता बरती गई है। ऐसे अधिकारी को यहां रहने का अधिकार नहीं है। विधायक ने कहा कि सुशील कुमार प्रभार नहीं देकर सरकार के आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं। इससे पता चलता है कि रघुवर सरकार में भ्रष्टाचार किस स्तर तक पहुंच गया है। इधर झारखंड प्रशासनिक सेवा के अभय कुमार झा ने जागरण से कहा कि सरकार के अधिसूचना का पालन करते हुए उन्होंने कई बार चक्रधरपुर का प्रभार ग्रहण करने की कोशिश की, लेकिन सुशील कुमार प्रभार देने से कतरा रहे हैं। बताया कि इस संबंध में उन्होंने जिले के वरीय अधिकारी और नगर विकास विभाग को सूचना दे दी है। मालूम हो कि 28 जनवरी को जारी अधिसूचना में सुशील कुमार का तबादला पलामू जिला कर दिया गया है। वहीं अभय झा को चाईबासा नगर परिषद का नया कार्यपालक पदाधिकारी बनाते हुए चक्रधरपुर नगर परिषद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था। अभय झा ने चाईबासा में योगदान दे दिया है, लेकिन चक्रधरपुर में अबतक प्रभार का लेनदेन नहीं हो सका है। इसे लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।