जलमीनार योजना में अनियमितता के खिलाफ आदिवासी महासभा ने की पदयात्रा
अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा ने जैंतगढ़ आसपास जलमीनार निर्माण और जलापूर्ति केंद्रों में अनियमितता के विरोध में पद यात्रा कर धरना दिया।
संवाद सूत्र, जैंतगढ़ : अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा ने जैंतगढ़ आसपास जलमीनार निर्माण और जलापूर्ति केंद्रों में अनियमितता के विरोध में पद यात्रा कर धरना दिया। संघ के महासचिव मानसिंह तिरिया के नेतृत्व में लगभग 100 कार्यकर्ताओं ने इसमें भाग लिया। इस दौरान सरस्वतीपुर जलापूर्ति केंद्र से जैंतगढ़ जलमीनार तक लगभग चार किमी पद यात्रा करने के बाद जैंतगढ़ ग्रामीण जलापूर्ति केंद्र में दो घंटे का सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया गया। वहीं जैंतगढ़ चौक में एक नुक्कड़ सभा कर जमकर सरकार को कोसा गया। मौके पर मानसिंह ने कहा कि सरकार पेयजल के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च करती है। इसके बावजूद क्षेत्र में जल सबसे बड़ी समस्या है। गुमुरिया जलापूर्ति केंद्र 10 माह से बंद है। 10 करोड़ की लागत से बना जलापूर्ति केंद्र विगत 20 माह से बंद है। दलपोसी में पानी के लिए त्राहिमाम है। जलापूर्ति केंद्र शोभा की वस्तु बन गई है। जैंतगढ़ ग्रामीण जलापूर्ति केंद्र भ्रष्टाचार की नींव पर खड़ी है। अधूरे काम के दौरान ही ठेकेदार ने इसका उद्घाटन करा दिया है। गुरुवार को मोगरा जलापूर्ति केंद्र की समस्या को लेकर पद यात्रा करने के पश्चात प्रधानमंत्री के नाम जगन्नाथपुर एसडीओ को एक मांग पत्र सौंपा जाएगा। सभा को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए जॉन मीरन मुंडा ने कहा कि क्षेत्र में अफसर साही हावी है। ठेकेदार भाजपा नेताओं के चहेते हैं। मौके पर अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी माहसभा के केंद्र अध्यक्ष जॉन मीरन मुंडा, जिलाध्यक्ष मान सिंह तिरिया, अमित पिगुवा, सिकंदर गागराई, सुखराम गागराई, कृष्णा तिरिया, हीरालाल तांती सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।