आविष्कार की दुनिया में छाया छोरा गांव वाला
परमानंद गोप, नोवामुंडी : आविष्कार की दुनिया में पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी के छोटे से
परमानंद गोप, नोवामुंडी : आविष्कार की दुनिया में पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी के छोटे से गांव का छोरा छा गया है। उसकी उपलब्धि का डंका इस कदर बजा कि राष्ट्रपति का बुलावा पहुंच गया। इंद्रजीत ने ऐसी साइकिल बनाई है जो सौर ऊर्जा से चलती है। साइकिल इतने कमाल की है कि आप बिना पसीना बहाए ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं। इस साइकिल के किस्से राष्ट्रपति भवन तक पहुंचे तो राष्ट्रपति ने इस इंद्रजीत को दिल्ली आने का न्योता भेज दिया। दिल्ली में इंद्रजीत अपनी प्रतिभा और अद्भुत साइकिल को व्यावसायिक वर्गों के बीच प्रदर्शित करेगा। राष्ट्रपति भवन में फेस्टिवल ऑफ इंटरप्रेन्योरशिप (एफआइएनआर 2018) के तत्वावधान में 19 मार्च से 23 मार्च तक पांच दिवसीय प्रदर्शनी लग रही है। इसी में इंद्रजीत को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया गया है। इनका चयन रचनात्मक प्रतिभा को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इस कार्यक्रम में देश-विदेश से बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। खास बात यह है कि इंद्रजीत के मॉडल का एमओयू भी वहां होगा। प्रदर्शनी में टाटा स्टील, सेल के अलावा अन्य बड़ी भारतीय कंपनियां भी पहुंच रही हैं। इस कार्यक्रम में
राष्ट्रपति मॉडलों का अवलोकन करने के बाद प्रतिभाओं को सम्मानित भी करेंगे।
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--क्या कहते हैं इंद्रजीत ¨सह-- इंद्रजीत ¨सह बड़ाजमादा प्लस टू हाई स्कूल का छात्र है। उसकी बचपन से ही विज्ञान विषय में काफी रुचि है। अक्सर देखता था कि लोग समतल रास्ते पर तो आसानी से सवार होकर साइकिल चला लेते हैं परंतु जैसे ही चढ़ाई आती है लोग उतरकर साइकिल ठेलने लग जाते हैं। इसी से मन में ख्याल आया कि क्यों न ऐसा कोई उपकरण लगाया जाए जिससे साइकिल सुगमता से चला सके। साइकिल में सोलर प्लांट लगाया। साथ ही साथ कुछ और उपकरण लगाए। इसकी मदद से साइकिल आसानी से चल रही है। ताकत कम लगती है।
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जापान में भी सम्मानित हो चुके इंद्रजीत
बड़ाजामदा के इंद्रजीत जापान में भी सम्मानित हो चुके हैं। उनकी सोलर सिस्टम से तैयार साइकिल की प्रदर्शनी जापान में लगाई गई थी। वहां उन्हें विशेष सम्मान इंस्पायर्ड अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।