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सीआरपीएफ ने सारंडा क्षेत्र से बरामद किया 10 किलो का केन बम

मनोहरपुर प्रखंड स्थित जराईकेला थाना क्षेत्र के दीघा से तिरिलपोसी जाने वाले मार्ग से सीआरपीएफ ने रविवार को 10 किलो का स्टील केन बरामद किया जिसे बम निरोधक दस्ते ने नष्ट कर दिया..

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 09:16 AM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 09:16 AM (IST)
सीआरपीएफ ने सारंडा क्षेत्र से बरामद किया 10 किलो का केन बम

संवाद सूत्र, मनोहरपुर : मनोहरपुर प्रखंड स्थित जराईकेला थाना क्षेत्र के दीघा से तिरिलपोसी जाने वाले मार्ग से सीआरपीएफ ने रविवार को 10 किलो का स्टील केन बरामद किया, जिसे बम निरोधक दस्ते ने नष्ट कर दिया। सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से संबंधित मार्ग पर बम लगाया गया था। इस बम से सुरक्षा बलों को भारी नुकसान पहुंचाया जा सकता था, परंतु सीआरपीएफ ने समय रहते नक्सलियों के इस मंसूबे पर पानी फेर दिया। सारंडा क्षेत्र में सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली संगठन लगातार प्रयास कर रहे हैं। इससे पूर्व भी सारंडा क्षेत्र से कई केन बम बरामद किए जा चुके हैं। जानकारी के अनुसार, दीघा सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट मनोज कुमार के मजबूत सूचना तंत्र के कारण नक्सली अपनी सोची-समझी साजिश में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। गुप्त सूचना के आधार पर रविवार को सीआरपीएफ के 174 बटालियन ने सहायक कमांडेट मनोज कुमार के नेतृत्व में सर्च अभियान चलाया। इस अभियान में जराईकेला थाना के उप निरीक्षक गिरधारी लाल भी शामिल थे। सीआरपीएफ व जराईकेला पुलिस ने संयुक्त रूप से बम निरोधक दस्ते के साथ दीघा व तिरिलपोसी के बीच सर्च अभियान चलाया, इस दौरान उन्हें स्टील का एक कंटेनर दिखाई दिया, जो केन बम था। केन बम को बरामद कर बम निरोधक दस्ते ने नष्ट कर दिया।

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सारंडा में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। नक्सलियों को आगाह किया जाता है कि वे सरेंडर करें या परिणाम भुगतने को तैयार रहें।

- डा. प्रेमचंद, कमांडेंट, 174 बटालियन। सजायाफ्ता फरार बदमाश 17 साल बाद गिरफ्तार : हरियाणा के सोनीपत स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने लूट के मामले में 17 साल से फरार चल रहे 25 हजार के ईनामी बदमाश को झारखंड के सरायकेला- खरसावा के चौका थाना अंतर्गत चौलीबासा से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ प्रभारी सतीश देशवाल ने रविवार दोपहर पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सात फरवरी 2000 को गन्नौर में हरियाणा एग्रो सíवस सेंटर पेट्रोल पंप के मालिक रमेश बत्रा से पिस्तौल व चाकू के बल पर तीन बदमाशों ने लूटपाट की थी। उनके साथ मौजूद नौकर बलदेव को चाकू मारकर 62 हजार रुपये लूटे गए थे। रुपये लेकर दो लुटेरे विकास और सुरेंद्र भाग गए थे, जबकि चाकू मारने वाले धर्मेंद्र को लोगों ने मौके से पकड़कऱ पुलिस के हवाले कर दिया था। उसको न्यायालय ने वर्ष 2003 में 20 साल की सजा सुनाई थी. वह वर्ष 2004 में पेरोल पर आकर फरार हो गया था. न्यायालय ने उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा था। फरारी के क्रम में वह झारखंड के सरायकेला जिले के चौका थाना क्षेत्र के चौलीबासा में हरियाणा ढाबा चला रहा था और अपना नाम धर्मेंद्र सिंह से बदलकर राजेश सिंह रख लिया था और झारखंड की लड़की से शादी कर यहा रह रहा था। इस संबंध में चाडिल एसडीपीओ ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर हरियाणा एसटीएफ की टीम यहा पहुंची थी। जिसके बाद सरायकेला पुलिस के सहयोग से फरार हत्यारोपी को गिरफ्तार कर हरियाणा एसटीएफ को सौंप दिया गया।


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