झारखंड-ओडिशा का कुख्यात अपराधी सन्नू गया जेल
संवाद सहयोगी चाईबासा झारखंड और ओडिशा के कुख्यात अपराधी गयासुद्दीन उर्फ सन्नू को मझगां
संवाद सहयोगी, चाईबासा : झारखंड और ओडिशा के कुख्यात अपराधी गयासुद्दीन उर्फ सन्नू को मझगांव पुलिस ने गिरफ्तार किया है, इसके साथ ही सोनू उर्फ लादेन को भी गिरफ्तार किया गया है। इसकी जानकारी सोमवार को जगन्नाथपुर डीएसपी प्रदीप उरांव ने दी। उन्होंने कहा कि सन्नू शातिर अपराधी है, यह एक दर्जन से भी अधिक मामले में फरार चल रहा था। पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली कि मझगांव में दो अपराधी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले हैं इसके बाद मझगांव पुलिस पड़सा चौक पर वाहन जांच करने लगी, इस दौरान कुख्यात अपराधी मझगांव निवासी गयासुद्दीन उर्फ सन्नू और सोनू उर्फ लादेन को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से एक काली पल्सर बाइक, खिलौने की पिस्तौल, 35 सौ रुपये नकद के साथ तीन मोबाइल भी बरामद किया गया है। डीएसपी ने कहा कि सन्नू के खिलाफ कई गंभीर हत्या जैसे आरोप दर्ज हैं। यह अपराधी झारखंड के साथ ओड़िशा के भी कई मामले में फरार चल रहा था।
सन्नू के खिलाफ दर्ज कुछ मामलों की डिटेल
2009 के अप्रैल माह में जगन्नाथपुर थाना के तैयरीपोसी पूल के पास पिस्तौल का भय दिखाकर अफजल आसमी से 64 हजार रुपये की लूट।
2009 के मई माह में जगन्नाथपुर थाना के तैयरीपोसी पूल में अभिषेक चौरसिया को गोली मारकर जख्मी कर 25 हजार रुपये के साथ मोबाइल की लूट।
2009 के जुलाई माह में जैंतगढ़-जगन्नाथपुर मार्ग में एक मछली व्यापारी को गोली मारकर जख्मी कर 37 सौ रुपये व मोबाइल की लूट।
2012 में ओडिशा राज्य के केंदूझर के घटगांव के एक टेंपो वाले को 60 हजार रुपये सुपारी लेकर मझगांव लाकर तलवार से हत्या के बाद शव को जला दिया था।
2015 में ओडिशा के मयूरभंज जिला के पिकअप वैन गाड़ी की चोरी मामले में आरोपित।
2015 में ओडिशा के मयूरभंज जिला के जशीपूर थाना में 3-4 केस विभिन्न मामले के दर्ज हैं।
2017 में मझगांव में ही सैफूल के घर में घूसकर पैसा व जेवरात की चोरी।
2019 के मार्च माह में मझगांव थाना के खड़पोस गांव के पास भारत फाइनेंस कंपनी के मैनेजर से एक लाख से अधिक की लूट। इसी माह में एक ओर फाइनेंस कंपनी के मैनेजर से लूट। इसके अलावा झारखंड के साथ ही ओडिशा राज्य में भी कई अन्य मामले गयासुद्दीन उर्फ सन्नू के ऊपर दर्ज है। इस संबंध में ओडिशा पुलिस को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। ओडिशा पुलिस झारखंड पुलिस से संपर्क कर यहां के केस का मामला खत्म होने के बाद अपनी कस्टडी में ले सकती है।