जानकारी दिए बिना ही सड़क बनाने पर वार्ड पार्षद ने जताया एतराज
नगर के जिस वार्ड में पीसीसी सड़क का निर्माण हो रहा है उस वार्ड की पार्षद को कोई जानकारी ही नहीं दी जा रही है। जब वार्ड में काम शुरू किया गया तो वार्ड पार्षद को पता चल रहा है कि यह काम तो मेरे वार्ड में हो रहा है।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : नगर के जिस वार्ड में पीसीसी सड़क का निर्माण हो रहा है उस वार्ड की पार्षद को कोई जानकारी ही नहीं दी जा रही है। जब वार्ड में काम शुरू किया गया तो वार्ड पार्षद को पता चल रहा है कि यह काम तो मेरे वार्ड में हो रहा है। विडंबना यह है कि हमको ही जानकारी नहीं है। पीसीसी सड़क का निर्माण नगर परिषद के वार्ड नंबर 16 व 17 बड़ा नीमडीह व छोटा नीमडीह में माणिक पान दुकान से प्रताप कटियार चौक तक 12 सौ फिट हो रहा है। यह वाक्या हुआ वार्ड नंबर 16 की पार्षद सविता देवी के साथ। सविता देवी ने जब इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अभय कुमार झा से फोन पर बात की तो उन्होंने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि मैडम जहां पर पीसीसी का निर्माण हो रहा है वहां पर वार्ड नंबर 16 व 17 लगता है। वार्ड नंबर 17 के पार्षद पवन शर्मा हैं। पवन शर्मा का काम जब रूक जाता है तो भाजपा नेता जेबी तुबिद का फोन आने लगता है इसलिए काम को तुरंत चालू करवा दिया गया। सविता देवी ने बताया कि पीसीसी सड़क बनने के पहले शिलान्यास के दौरान भी हमको कोई सूचना नहीं दी गई, जबकि उसी जगह पर पवन शर्मा को सूचित किया गया। महिला वार्ड पार्षद होने के नाते हम लोगों को कई जगहों पर नजरंदाज किया जाता है। इस विषय को लेकर बुधवार को जब पार्षद सविता देवी के नेतृत्व में आठ पार्षद नगर परिषद कार्यालय कार्यपालक पदाधिकारी अभय कुमार झा से मिलने गए तो वह नहीं मिले। जब उनको सविता देवी ने फोन किया तो उनका कहना था कि अभी हम दूसरे काम में व्यस्त हैं। आपको मिलना है तो शाम पांच बजे तक इंतजार कीजिए। जबकि सविता देवी के साथ पार्षद लक्ष्मी कच्छप, गंगा कारवां, रबिया खातून, श्वेता रानी, निर्मला लकड़ा, जेबा फरहद, उपमा राय व एनामुल हक शामिल थे। सभी पार्षद जहां पर पीसीसी सड़क की ढलाई हो रही वहां भी गए और काम रोकने को कहा लेकिन ठेकेदार दीपक ठाकुर ने काम नहीं रोका। पार्षद सविता देवी ने कहा कि जनता की ओर से चुन कर हम लोग गए तो नगर परिषद की ओर सम्मान नहीं मिल रहा है तो पंचायतों की क्या स्थिति होगी। यहां तक स्थिति यह है कि कार्य स्थल पर प्राक्कलित राशि योजना का बोर्ड तक नहीं लगा है।