हमें हर तरह की हिसा को न कहना होगा : दीपक बोदरा
सृजन महिला विकास मंच व क्रिया संस्था के सहयोग से 16 दिवसीय अभियान नजरिया बदलो के अंतर्गत जेंडर आधारित हिसा के खिलाफ लैंगिक समानता पर उन्मुखीकरण व जागरूकता के लिए सोमवार को जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला परिषद सभागार में हुआ।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : सृजन महिला विकास मंच व क्रिया संस्था के सहयोग से 16 दिवसीय अभियान नजरिया बदलो के अंतर्गत जेंडर आधारित हिसा के खिलाफ लैंगिक समानता पर उन्मुखीकरण व जागरूकता के लिए सोमवार को जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला परिषद सभागार में हुआ। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मालती लागुरी तथा सदस्य विमला हेंब्रम और सुमिता तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में विकास दोदराजका उपस्थित थे। कार्यशाला में लगभग 80 सेविकाएं उपस्थित थीं। कार्यशाला का शुभारंभ अतिथियों ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर परियोजना समन्वयक दीपक बोदरा ने कहा कि हमें हर तरह की हिसा को न कहना होगा। समुदाय और समाज में किशोरियों, लड़कियों, ट्रांसजेंडर और सभी युवाओं को बिना किसी डर, कलंक, भेदभाव और हिंसा के अपने स्वास्थ्य, शिक्षा, यौनिकता, शरीर और जीवन से जुड़े सभी निर्णय लेने और अधिकारों को प्राप्त करने की आजादी तथा इस मुद्दे पर बने कानून और नीतियों पर जागरूक करना होगा। मालती लागुरी ने कहा कि आज हमारे समुदाय और समाज में लोगों का जेंडर आधारित भेदभाव व सोच होने के कारण महिलाओं व किशोरियां हर क्षेत्र में पीछे होती जा रही हैं और शोषित हो रही हैं। इसके साथ ही आए दिन किशोरियों के साथ छेड़छाड़ व दुष्कर्म जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही है। इसके खिलाफ महिलाओं-किशोरियों को एकजुट होकर आगे आने की जरूरत है। विकास दोदराजका ने कहा कि आज समाज में महिलाओं-किशोरियों का शोषण, दुष्कर्म जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिसका मुख्य कारण यह भी है कि हमारे समाज में नशापान का बढ़ता प्रकोप। इन घटनाओं की रोकथाम के लिए नशापान के खिलाफ भी आवाज उठाने की जरूरत है। कार्यक्रम को सफल बनाने में परियोजना समन्वयक दीपक बोदरा, सुभद्रा बेहरा, कमल किशोर महतो, करमू बोदरा, प्यारी बोदरा व अन्य संस्था के सदस्यों का सराहनीय सहयोग रहा।