सीआइडी ने सदर अस्पताल के डाटा सेल से आइडीएसपी का कंप्यूटर किया जब्त
कोरोना काल में चाईबासा के सदर अस्पताल में पीपीइ किट की खरीद में हुए फर्जीवाड़ा की जांच अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) ने तेज कर दी है। गुरुवार को सीआइडी की टीम एक बार फिर से सदर अस्पताल पहुंची।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : कोरोना काल में चाईबासा के सदर अस्पताल में पीपीइ किट की खरीद में हुए फर्जीवाड़ा की जांच अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) ने तेज कर दी है। गुरुवार को सीआइडी की टीम एक बार फिर से सदर अस्पताल पहुंची। यहां सिविल सर्जन ओमप्रकाश गुप्ता के कार्यालय में आकर फिर से पीपीइ किट खरीद को लेकर सवाल-जवाब किये। इसके बाद टीम ने डाटा सेल से आइडीएसपी के कंम्प्यूटर और क्रय-विक्रय से जुड़े सभी तरह के दस्तावेज जब्त किये और अपने साथ लेकर चली गयी। आइडीएसपी के कंप्यूटर में ही पीपीइ किट की खरीद से जुड़े दस्तावेजों में हेराफेरी हुई थी। मामले में उपायुक्त के आदेश पर गठित जांच टीम के समक्ष कंप्यूटर आपरेटर रश्मि सिन्हा ने यह बयान दिया था कि आरोपित डीपीएम नीरज कुमार यादव ने उक्त कंप्यूटर में जादूगोड़ा की इमेज इंडिया के नाम का जाली लैटर पेड तैयार किया था। सीआइडी की जांच शुरू होने से सदर अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है। माना जा रहा है कि अगर सीआइडी ने गहनता से जांच की तो स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कई लोग कार्रवाई की जद में आ जायेंगे। बताया जा रहा है कि सीआइडी ने आरोपित डीपीएम नीरज यादव से भी मामले में पूछताछ की है। वहीं, जिला लेखा प्रबंधक और सिविल सर्जन ओपी गुप्ता से भी लगातार पूछताछ की जा रही है। किन परिस्थितियों में पीपीइ किट खरीदारी की गयी, टेंडर की पूरी प्रक्रिया अपनायी गयी या नहीं, समेत अन्य बिदुओं की पड़ताल के साथ-साथ रांची की आरुषि इंटरप्राइजेज से डीपीएम के तालुकात की भी जांच की जा रही है।