वैश्यहित को सरकार के पास रखना हमारा कर्तव्य : महेश्वर साहू
संवाद सहयोगी, चाईबासा : वैश्य सैद्धांतिक विचारों की क्रांति है। वैश्य हित के विचार को सरकार
संवाद सहयोगी, चाईबासा : वैश्य सैद्धांतिक विचारों की क्रांति है। वैश्य हित के विचार को सरकार के पास रखना तथा सरकार तक अपनी मांगों को पहुंचाना हम सभी वैश्यों का मुख्य कर्तव्य है। यह बातें रविवार को डीपीएस स्कूल एंड इंटर कॉलेज के जेपी ऑडोटोरियम में झारखंड वैश्य संघर्ष मोर्चा की ओर से आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहू ने कही। उन्होंने आगामी कार्यक्रम की घोषणा की जिसमें 2 अक्टूबर को सभी जिलों में गांधी जयंती मनाया जाएगा। 12 अक्टूबर को डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर रांची में वैश्य पिछड़ा सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। 17 फरवरी 2019 को रांची के मोरहाबादी मैदान में पूरे झारखंड प्रदेश के वैश्य अधिकार रैली का आयोजन किया जाएगा। जिलाध्यक्ष सुनील प्रसाद साव ने कहा कि झारखंड निर्माण के आंदोलन में वैश्य जाति के लोगों ने भी भाग लिया तभी झारखंड का निर्माण हुआ है। झारखंड में वैश्य हित की बात सरकार भूल गई है। पिछड़ों का 27 प्रतिशत आरक्षण राज्य सरकार नहीं दे रही है। कार्यकारी अध्यक्ष पंचानन साहू ने कहा कि वैश्य मोर्चा का गठन वैश्य हित के लिए किया गया है। केंद्रीय उपाध्यक्ष विनोद साहू ने कहा कि वैश्य जाति 54 उपजाति एक बैनर के तहत है। सभी को एकजुट होकर राजनीतिक में सर्वोच्च भागीदारी निभाने का आह्वान उन्होंने किया। संरक्षक प्रो. दीपेंद्र प्रसाद साव ने कहा कि सभी लोग अपने वैश्य होने पर गर्व महसूस करें। मौके पर राजीव कुमार विश्वकर्मा उर्फ लड्डू, प्रभात दोदराजका, मनोज साव, विनोद गुप्ता, उमेश राम, प्रदीप कुमार, अजय प्रजापति, इंद्रजीत गुप्ता, ईश्वर चंद्र विद्या सागर, राहुल साव, डॉ. संजीव कुमार, दिलीप राम आदि उपस्थित थे। मंच का संचालन अनंत लाल विश्वकर्मा ने किया।