रैयत जमीन पर कब्जा कर बनाए जा रहे पीएम आवास
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : नोवामुंडी क्षेत्र में रैयती जमीन पर कब्जा कर लोग अपने नाम से प्रधानमंत्री
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : नोवामुंडी क्षेत्र में रैयती जमीन पर कब्जा कर लोग अपने नाम से प्रधानमंत्री आवास आवंटित करा बनवा ले रहे हैं। इस अवैध काम में टाटा स्टील के कर्मचारी भी शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार टाटा स्टील कर्मचारी राजेश दास, रोयना लोहार एवं शिवचरण सामंत, घासीराम बेहरा, माधो गोप, शोभन दास, शिवचरण सामंत, तुलसी गोप, राजू बेहरा, श्याम केराई, अमीर शेख, मंगल लागुरी आदि ने रैयती जमीन पर कब्जा कर प्रधानमंत्री आवास बनाया है। मामले की जानकारी होने पर लखनसाई के रैयतों ने शनिवार को बोकारो साइ¨डग पहुंचकर हो-हंगामा किया। मौके पर खगेश्वर प्रधान ने बताया कि लखनसाई के रैयत कांडे गौड़, भगवतिया गौड़ व मिलू गौड़ के नाम पर जमीन खतियान में दर्ज है। रैयत जमीन पर किस आधार पर सरकारी आवास बना लिया गया है, यह जांच का विषय है। विशु गौड़ ने कहा कि बोकारो साइ¨डग की जमीन पर गरीबों के कच्चे मकान थे। इस वजह से कुछ नहीं किया गया। अब संपन्न परिवार भी यहां जमीन कब्जा कर सरकारी मकान बनाने लगे हैं। प्रदीप प्रधान ने कहा कि एक जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए भी खतियान मांगा जाता है परंतु प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए खतियान देखना तक उचित नहीं समझा गया। रैयत जमीन पर सरकारी मकान बनाने में हुए खेल में सरकारी तंत्र से लेकर जनप्रतिनिधि भी बराबर के हिस्सेदार हैं। मेघनाथ खिलार ने कहा कि रैयत जमीन पर कब्जा करने में सहयोग करने वालों के खिलाफ उच्चाधिकारियों से शिकायत की जाएगी। बस्ती के रैयतों की जमीन देखने के दौरान वकील गौड़, अखिलो गौड़, रघुनंदन प्रधान, नारायण गौड़, रामो गौड़, विश्वमित्र खिलार, बनमाली गौड़, लालू गौड़, तपन गौड़, पोरेश गौड़, रवि गोपाल, साइबो गौड़, छोटू गौड़ आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।
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-रैयत जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि किसी को आपत्ति है तो वो जमीन संबंधी कागजात लाकर संपर्क करे। शिकायत का निदान किया जाएगा। बोकारो साइ¨डग की भी जांच कराई जाएगी।
- गोपी उरांव, अंचलाधिकारी, नोवामुंडी।