मानदेव प्रसाद व रणविजय ¨सह पर केयू की नजरें टेढ़ी
जागरण संवाददाता, चाईबासा : ज्ञान चंद जैन कॉमर्स कॉलेज में चल रहे विवादों की जांच शुरू हो ग
जागरण संवाददाता, चाईबासा : ज्ञान चंद जैन कॉमर्स कॉलेज में चल रहे विवादों की जांच शुरू हो गई है। शुक्रवार को कोल्हान विवि की कुलपति डॉ. शुक्ला मोहंती द्वारा गठित पांच सदस्यीय जांच टीम ने कॉलेज पहुंचकर प्राचार्य मानदेव प्रसाद और परीक्षा नियंत्रक डॉ. रणविजय ¨सह के बीच चल रहे विवाद के साथ ही कॉलेज में बिना विश्वविद्यालय की अनुमति के कैंटीन खोले जाने, परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी राजीव कुमार को वीक्षक बनाए जाने आदि मामलों की जांच की। प्राचार्य एवं परीक्षा नियंत्रक के बीच चले रहे विवाद के मद्देनजर दोनों पक्षों से एक-दूसरे पर लगाए जा रहे आरोप-प्रत्यारोपों के बारे में पूछा। इसकी वीडियों रिकार्डिग भी कराई गई। कॉलेज के वर्तमान छात्र संघ एवं पूर्व छात्र संघ के प्रतिनिधियों से भी जानकारी ली गई। इस दौरान कुलानुशासक डॉ. एके झा ने कॉलेज में फैल रही आरजकता को लेकर प्राचार्य और परीक्षा नियंत्रक को फटकार लगाई। साथ ही कहा कि बिना विश्वविद्यालय के आदेश के महाविद्यालय में किसकी अनुमति से फ्री कोचिंग के नाम पर बाहरी युवक राजीव कुमार को प्रवेश दे दिया गया। इसके लिए प्राचार्य ने किस प्रक्रिया का पालन किया। महाविद्यालय परिसर में निविदा निकाले बिना कैंटीन चलाने की अनुमति किसके आदेश से दे दी गई। कुलानुशासक ने परीक्षा के दौरान स्वयं परीक्षार्थी रहते हुए राजीव कुमार को किस नियम के आधार पर वीक्षक बनाने के संदर्भ में भी प्राचार्य व परीक्षा नियंत्रक से पूछताछ की। परीक्षा नियंत्रक से कहा कि आपके रहते हुए किसके आदेश के बिना एक परीक्षार्थी को वीक्षक बना दिया गया। वहीं परीक्षा के दौरान सेंटर सुपरिटेंडेंट की कमान संभालने वाले प्राचार्य डॉ. मानदेव प्रसाद से भी जवाब मांगा मामले में दोनों पक्षों की ओर से टीम के समक्ष जवाब प्रस्तुत किया। कुलानुशासक ने प्राचार्य से उनके कार्यकाल के दौरान महाविद्यालय को नैक की मान्यता नहीं मिलने पर भी कई सवाल खड़े किये. इस दौरान जांच टीम ने साथ ही कॉलेज में 11 लाख से हुए जीर्णोंद्वार कार्य, कॉलेज में कंप्यूटर आदि के अन्य कामों में बरती गई अनिमियता के जांच के लिए अलग से टेक्निकल टीम का गठन करने की बात कही। इसके अलावा विभिन्न मामलों को लेकर जांच टीम ने कॉलेज के शिक्षिकों के साथ-साथ छात्रों से भी हो रहीं दिक्कतों को लेकर अलग से पूछताछ की। इस पांच सदस्यीय जांच टीम में अध्यक्ष कुलानुशासक डॉ. एके झा, सचिव डीआर-वन एमके मिश्रा, टीआरएल के एचओडी रारू मांझी, प्रोफेसर एवं जनसूचना पदाधिकारी संजीव आनंद शामिल थे।
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जांच टीम ने प्राचार्य व परीक्षा नियंत्रक के पक्ष को सुना है। सभी को 24 जुलाई तक बिंदुवार प्रतिवेदन कुलानुशासक के कार्यालय में लिखित मन्तव्य के साथ ही पूरे साक्ष्य के साथ प्रस्तुत करने को कहा गया है। इसके बाद कुलपति को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
- एके झा, कुलानुशासक, कोल्हान विवि।