जिंदा आदमी ने मुर्दा बनकर बीमा के उठा लिए छह लाख रुपये
पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी में जीवित व्यक्ति ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर जीवन बीमा निगम से छह लाख रुपये उठा लिए।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी में जीवित व्यक्ति ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर जीवन बीमा निगम से छह लाख रुपये उठा लिए। जब जमशेदपुर टू भारतीय जीवन बीमा निगम कार्यालय से छानबीन शुरू हुई तो पता चला कि युवक अपने गांव उत्तर प्रदेश के वाराणसी निकल गया है। आरोपित का नाम आजाद अती उर्फ रोहित अती है। मामले का खुलासा तब हुआ जब जमशेदपुर 'जीवन बीमा' कार्यालय टू से नोवामुंडी स्थित केनरा बैंक में बैंक एकाउंट खोलने के दौरान निगम एजेंट दीनबंधु गोप को धोखे में रखकर गवाह के लिए हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति के पास स्पष्टीकरण के लिए 14 अक्टूबर को पत्र प्रेषित किया गया। दीनबंधु गोप ने भी मुख्य कार्यालय में पैसे की हेराफेरी मामले को लेकर मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले तत्कालीन पंचायत सेवक आदि बेहरा और मृत्यु दावा राशि देने के लिए कागजात में अनुशंसा करने वाले नोवामुंडी जीवन बीमा निगम के सीएम क्लब एजेंट एसएस गिरी को जिम्मेदार ठहराते हुए 17 अक्टूबर को स्पष्टीकरण पत्र भेज दिया है। जमशेदपुर मुख्य कार्यालय में मंडल प्रबंधक को प्रेषित स्पष्टीकरण पत्र में बताया गया है कि आजाद अती एसएस गिरी के पास वर्षों से कार्यालय से संबंधित कामकाज संभालता था। उन्होंने रोहित अती के नाम पर एक फर्जी एकाउंट नोवामुंडी केनरा बैंक में खोल लिया। उसके बाद महुदी पंचायत के तत्कालीन पंचायत सेवक आदी बेहरा से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। मृत्यु दावा प्रमाण पत्र व संबंधित कागजात में एसएस गिरी ने कागजात सही होने की अनुशंसा कर जमशेदपुर टू कार्यालय भेज दिया। आरोपित व्यक्ति ने चालाकी दिखाते हुए राशि लेने के पहले चाईबासा जीवन बीमा कार्यालय से संबधित कागजात को जमशेदपुर टू मुख्य कार्यालय में स्थानांतरण करवा लिया था। जमशेदपुर कार्यालय से भी कागजात की जांच सही ढंग से नहीं होने के कारण छह लाख रुपये डेथ क्लेम के एवज में उठाने में सफल रहा। भारतीय जीवन बीमा निगम के सीएम क्लब मेंबर एसएस गिरी ने बताया कि इस तरह के मामले को लेकर मुझे कोई जानकारी नहीं है। पुराने रिकॉर्ड देखने के बाद ही कुछ बोल पाएंगे।