चाईबासा सहित आसपास के क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा मुर्गापाड़ा
पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा एवं आसपास के क्षेत्र में मुर्गापाड़ा का खेल धड़ल्ले से फल-फूल रहा है।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा एवं आसपास के क्षेत्र में मुर्गापाड़ा का खेल धड़ल्ले से फल-फूल रहा है। चाईबासा रेलवे स्टेशन केबिन, बोदराबासा, पुराना चाईबासा आदि क्षेत्र में धड़ल्ले से मुर्गापाड़ा का अवैध धंधा हो रहा है और अवैध रूप से शराब की भी बिक्री हो रही है। इन मुर्गापाड़ा में प्रतिदिन लाखों रुपये का कारोबार होता है और अवैध रूप से शराब परोसी जाती है। मुर्गापाड़ा खेल के मुख्य सरगना कमलेश द्वारा अपने गिरोह के माध्यम से पूरे खेल को संचालित किया जाता है। इस अवैध धंधे में दर्जनभर लोग शामिल हैं। कमलेश और विष्णु द्वारा मुर्गापाड़ा के अवैध धंधे को जगह-जगह खेलाया जाता है और इस अवैध धंधे में लाखों का धंधा होता है। इस अवैध मुर्गापाड़ा में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा भी लगता है और आए दिन मारपीट आदि की घटनाएं भी होती रहती हैं। मुर्गापाड़ा व सट्टा का खेल चाईबासा के साथ-साथ चक्रधरपुर तक फैलाने में इन दिनों शहर के कमलेश नामक युवक का नाम खूब चमक रहा है। जहां एक ओर निवर्तमान एसपी के कार्यकाल में अवैध रूप से सट्टा व मुर्गापाड़ा चलाने की हिम्मत कोई नहीं कर पा रहा था। ऐसे में ये लोग केवल चाईबासा में ही नहीं बल्कि एक पुलिस पदाधिकारी के चक्रधरपुर पदस्थापित होने के बाद अपना यह कारोबार वहां तक फैला लिया है। चाईबासा स्टेशन के बाईपास केबिन के पास मुर्गापाड़ा काफी जोरदार तरीके से चल रहा था। नए एसपी के आने के बाद इसपर लगाम लगी थी। लेकिन यह लगाम कुछ दिनों के लिए ही थी। इसके बाद उसने कर्मा नामक व्यक्ति के साथ मिलकर कुछ ही दिनों में फिर से अपना अवैध धंधा शुरू कर दिया। बोदराबासा, पुराना चाईबासा आदि क्षेत्र में धड़ल्ले से मुर्गापाड़ा का अवैध धंधा हो रहा है और अवैध रूप से जमकर शराब की भी बिक्री हो रही है।