झारखंड के सारंडा में 40 नक्सलियों को 2000 जवानों ने घेरा, चार दिन से चल रहा ऑपरेशन
जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए आइजी ऑपरेशन आशीष बत्रा व सीआरपीएफ के आइजी संजय लाठकर विशेष विमान से चाईबासा पहुंचे।
जागरण संवाददाता, पश्चिम सिंहभूम। झारखंड के पश्चिम सिंहभूम में सारंडा के जंगलों और पहाड़ियों में 40 नक्सलियों को खोजने के लिए 2000 जवान छापेमारी अभियान चला रहे हैं। बुधवार को लगातार चौथे दिन भी नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी रहा। अभियान में मोर्टार व ग्रेनेड लांचर का इस्तेमाल किया जा रहा है। जवानों ने मोर्चे पर आगे बढ़ते हुए सांगाजाटा व बोरोई की पहाडि़यों पर पहुंचकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, तीन दिन पहले तक इन पहाडि़यों पर नक्सली कब्जा जमाए थे। उंचाई से वे लगातार जवानों पर फायरिंग कर रहे थे। लेकिन जवान मोर्टार और ग्रेनेड लांचर का इस्तेमाल कर पहाड़ियों पर पहुंच गए हैं। वहां नक्सलियों की तलाश में अब सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। वहीं, सीआरपीएफ द्वारा पहाड़ी की घेराबंदी की जा रही है।
विस्फोटक बिछाकर जवानों को रोक रहे नक्सली
सांगाजाटा जंगल के आसपास दुर्गम क्षेत्र में नक्सलियों ने जवानों को रोकने के लिए विस्फोटक का सहारा लिया है। बताया जाता है कि जगह-जगह आइईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस)व लैंड माइंस लगा रखा है। इसके चलते जवान बड़ी सावधानी के साथ ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं।
जवानों का हौसला बढ़ाने पहुंचे सीआरपीएफ के आइजी
बुधवार को ही जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए आइजी ऑपरेशन आशीष बत्रा व सीआरपीएफ के आइजी संजय लाठकर बुधवार को विशेष विमान से चाईबासा पहुंचे। यहां सीआरपीएफ डीआइजी कार्यालय में दोनों वरीय अधिकारियों ने सीआरपीएफ और जिला पुलिस पदाधिकारियों के साथ पश्चिम सिंहभूम के गोइलकेरा व गुवा क्षेत्र में नक्सलियों के बीच चल रही मुठभेड़ की समीक्षा की। करीब दो घंटे हुई इस बैठक में कांबिंग अभियान की अब तक की सफलता और स्थिति पर विस्तृत रूप से विचार-विमर्श किया।
बड़ी कामयाबी मिलने की उम्मीद
सारंडा में एक बड़ा ऑपरेशन चल रहा है। इसमें जल्द ही बड़ी कामयाबी मिलने की उम्मीद है। ऑपरेशन अब भी जारी है। ऑपरेशन के समाप्त होने के बाद ही विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
-आशीष बत्रा, आइजी (ऑपरेशन)