नकटी डैम में बोटिंग का आनंद ले रहे सैलानियों की बोट पलटी, स्थानीय लोगों की मुस्तैदी से टला बड़ा हादसा
पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर में नकटी जलाशय में रविवार को बोटिंग का आनंद ले रहे सैलानियों की बोट अचानक पलट गई। स्थानीय लोगों की मुस्तैदी की वजह से एक बड़ा हादसा होने से बच गया लेकिन पानी में डूबी एक बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
पश्चिमी सिंहभूम, जागरण टीम: पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर में नकटी जलाशय में रविवार को बोटिंग का आनंद ले रहे सैलानियों की बोट अचानक पलट गई। हालांकि स्थानीय लोगों की मुस्तैदी की वजह से एक बड़ा हादसा होने से टल गया। बोट पलटने ही वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने डैम में कुद कर सभी सैलानियों को बचा लिया। बोट पलटने से डूबी एक बच्ची के पेट में पानी भर जाने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जिसकी हालत अब खतरे से बाहर है।
जानकारी के अनुसार, रविवार को वन विभाग का एक कर्मचारी परिवार पिकनिक मनाने नकटी डैम आया था। इस दौरान डैम में मोटर बोट का आनंद उठाने के लिए सोगरा वन क्षेत्र कर्मचारी उमेश कुमार सतासी अपने परिवार के साथ छह सीटर मोटर बोट पर बैठ गए लेकिन 6 सीटर बोट पर 9 लोग मोटर बोट में बैठ गये। जैसे ही मोटर बोट को चालू किया गया। तभी अचानक मोटर बोट का संतुलन बिगड़ा और बोट पलट गई।
बोट पलटने से 2 बच्चे समेत सभी लोग पानी में डूबने लगे। हालांकि कुछ लोग लाइफ जैकेट पहने थे, जिसकी वजह से उन्हें कुछ नहीं हुआ लेकिन एक 6 वर्षीय बच्ची पानी में डूब गई। घटना के तुरंत बाद डैम के किनारे खड़े युवकों ने पानी में छलांग लगा दी और बच्ची समेत सभी सदस्यों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला।
रेस्क्यू के बाद परिजनों ने बच्ची को अनुमंडल अस्पताल ले आये, जहां अब बच्ची की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। इधर घटना की सूचना मिलने के बाद कराईंकेला थाना प्रभारी दीपक क्रिएसन डैम पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की। इस दौरान उन्होंने मोटर बोट चला रहे लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि दोबारा इस तरह की कोई हरकत हुई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि जो मोटर बोट पलटी है, उसे पोड़ाहाट बीएफओ द्वारा दिया गया था। वह मोटर बोट इससे पहले भी एक बार पलट चुकी है। अगर समय रहते हुए इस पर कोई विचार नहीं किया गया तो किसी बड़ी घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता।