बिरसा के बताए मार्ग का करें अनुशरण : जोबा
झारखंडियों के लिए बिरसा मुंडा प्रेरणा स्त्रोत हैं। उनके द्वारा किए गए कर्म के करण उन्हें भगवान का दर्जा मिला। उनके बलिदान को और उनके बताए गए मार्ग का अनुशरण कर हम झारखंडी उसे अपनी निजी ¨जदगी में भी व्यवहार में लाएं।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : झारखंडियों के लिए बिरसा मुंडा प्रेरणा स्त्रोत हैं। उनके द्वारा किए गए कर्म के करण उन्हें भगवान का दर्जा मिला। उनके बलिदान को और उनके बताए गए मार्ग का अनुशरण कर हम झारखंडी उसे अपनी निजी ¨जदगी में भी व्यवहार में लाएं। यह बातें मनोहरपुर की विधायक जोबा माझी ने चिरिया माइंस के बिरसा चौक में बिरसा जयंती सह झारखंड स्थापना दिवस समारोह चिड़िया में बतौर मुख्य अतिथि कहीं। उन्होंने कहा कि जयंती या समारोह आदि में हम उन्हें केवल याद ना करके संकल्प लें कि उनकी आहुति बेकार ना जाए। सेल के महाप्रबंधक डीके बर्मन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी, छोटे और गरीब परिवार से होने के बावजूद भगवान बिरसा की शिक्षा के प्रति रुचि बहुत थी। अंग्रेजों के शासन और कूटनीति को भली भांति समझ कर उनके विरूद्ध लड़ाई लड़ी। इसलिए उनसे प्रेरणा लेकर शिक्षा ग्रहण कर कुरीतियों को दूर करने का प्रयास करें। जयंती समारोह को चिरिया माइंस के एजीएम राजेश कुमार, ग्राम मुंडा विजय लागुरी, अवधे ¨सह, अमर ¨सह सिद्धू, लक्ष्मण समद आदि ने भी संबोधित किया। हुआ पारंपारिक स्वागत, हुई प्रतियोगिता
कार्यक्रम में बिरसा जयंती समिति ने अतिथियों के के रूप में पहुंचने पर सेल के महाप्रबंधक डीके बर्मन, सेल के अधिकारियों और विधायक जोबा माझी का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। इसके बाद विधायक जोबा माझी, जीएम तथा अन्य अतिथियों ने बिरसा भगवान की प्रतिमा पर विधिपूर्वक माल्यार्पण किया।
बिरसा जयंती के अवसर पर समिति ने कराए कई कार्यक्रम
कार्यक्रम के दौरान मैराथन दौड़, महिलाओं के लिए हांडी फोड़ तथा पुरुषों के लिए तीरंदाजी प्रतियोगिता कराई गई। इधर इस्को मध्य विद्यालय के विद्यार्थियों ने बिरसा भगवान का नारा लगाते हुए पोषक क्षेत्र में प्रभातफेरी निकाली। समारोह को सफल बनाने में मंगरा टूटी, रेबा सांडिल, राधी बोदरा, शांति सोय समेत समिति के सदस्यों का योगदान रहा।