किसी भी तरह के नशे से जिंदगी एक अभिशाप बन जाती : स्वयंसेवक
शिविर में विशेष रूप से लोगों को नशे से बचाव के लिए जागरूक किया गया।
किसी भी तरह के नशे से जिंदगी एक अभिशाप बन जाती : स्वयंसेवक
जासं, चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध (नशा मुक्ति-निवारण) दिवस के उपलक्ष्य में झींकपानी प्रखंड के तिरिलपी और सोनापोसी गांव, सदर प्रखंड चाईबासा व खूंटपानी प्रखंड के चीरू पंचायत के गिंडीमुंडी गांव में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विशेष रूप से लोगों को नशे से बचाव के लिए जागरूक किया गया। अर्ध विधिक स्वयंसेवकों की ओर से ग्रामीणों को संबोधित करते हुए जानकारी दी गई कि किसी भी तरह के नशे से जिंदगी एक अभिशाप की तरह बन जाती है। परिवार में एक व्यक्ति के नशा करने कि आदत पूरे परिवार को परेशानी में डाल देती है। साथ ही लोगों को बाल विवाह, बाल मजदूरी और डालसा से मिलने वाली निश्शुल्क विधिक सहायता के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया गया। स्थायी लोक अदालत की सदस्य सुभद्रा बेहरा ने स्थायी लोक अदालत से मिलने वाली सहायता की जानकारी दी। कार्यक्रम के सफल आयोजन में पीएलवी नीतू सार, उदय शंकर प्रसाद, संजय निषाद, अरुण विश्वकर्मा, रेणु देवी, सुमन गोप व अधिवक्ता सुरेंद्र प्रसाद दास, ग्रामीण मुंडा कांटे राम ने मुख्य भूमिका निभाई।