नोवामुंडी प्रखंड के सभी शौचालयों की होगी जांच : नीरज सिन्हा
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से संबंधित एसबीएम जिला को-ऑर्डिनेटर नीरज कुमार सिन्हा ने कहा कि नोवामुंडी प्रखंड क्षेत्र में निर्मित सभी शौचालयों की जांच एक सप्ताह के भीतर होगी।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से संबंधित एसबीएम जिला को-ऑर्डिनेटर नीरज कुमार सिन्हा ने कहा कि नोवामुंडी प्रखंड क्षेत्र में निर्मित सभी शौचालयों की जांच एक सप्ताह के भीतर होगी। जिला स्तर की टीम आकर शौचालय की गुणवत्ता पर भी फोकस करेगी। विभिन्न महिला समूह के पास उपलब्ध सूची के आधार पर मिलान किया जाएगा। दोषी पाए जाने पर विभागीय कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। एसबीएम जिला को-ऑर्डिनेटर नीरज कुमार सिन्हा मंगलवार को प्रखंड किसान भवन में जनप्रतिनिधियों व एसएचजी ग्रुप महिला समिति के साथ आयोजित बैठक में जानकारी दे रहे थे। महुदी पंचायत के एसएचजी महिला समूह के लिखित शिकायत पर जिले से एसबीएम जिले को-ऑर्डिनेटर टीम हकीकत जानने के लिए नोवामुंडी पहुंचे हुए थे। जिला को-ऑर्डिनेटर के तीन सदस्यीय टीम में नीरज कुमार सिन्हा के साथ वासील टोप्पो व प्रीतम मोहंती शामिल थे।
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग समन्वयक काशीनाथ सोनकर पर लगे कई आरोप
बैठक में उपस्थित विभिन्न पंचायत के मुखियाओं ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग समन्वयक काशीनाथ सोनकर पर शौचालय निर्माण कराने के नाम पर कमीशन वसूले जाने का आरोप लगाया है। जल सहिया उषामती कंचन देवी ने बताया कि पेयजल विभाग के समन्वयक काशीनाथ सोनकर को शौचालय निर्माण की गतिविधि पर रखना चाहिए। जबकि शौचालय निर्माण में किए जाने वाले सामग्री खरीदारी के लिए भी कई बार महिला समूह से लाखों रुपये मांगने का आरोप लगा है, महिला समूह के रजिस्टर पर भी गवाहों के सामने लेने-देन की बात का जिक्र हुआ है। बैठक में जिओ टैग व उपयोगिता प्रमाण पत्र ठेकेदारों द्वारा कराए जाने की बात भी सामने आई। जिला को-ऑर्डिनेटर बासिल टोप्पो ने बताया कि शौचालय निर्माण में बाहरी ठेकेदार के हस्तक्षेप करने पर उसे पिटाई कर बाहर का रास्ता दिखाना जरूरी है। महिला समूहों को आगे आकर काम करना होगा। योजना शुरू करने के पहले स्थानीय जनप्रतिनिधियों को जानकारी देनी होगा।
महिला समूह केवल मोहरा : मतियास सुरेन
महुदी पंचायत मुखिया मतियास सुरेन ने बताया कि महिला समूह को केवल मोहरा बनाया गया है। चेक काटकर ठेकेदारों को थमाने तक सीमित हैं, बाकी काम समन्वयक और ठेकेदार ही करते हैं। महुदी पंचायत के मुखिया राज बारजो ने बताया कि मां गायत्री महिला समूह के अलावा उजाला महिला समूह, शिव महिला समूह, महुदी आजीविका संगठन के साथ भी लूट-खसोट की नीति अपनाई गई है। सैकड़ों जगह शौचालय अधूरा पड़ा है। कहीं-कहीं तो केवल गड्ढे खोदकर योजना राशि की निकासी कर ली गई है। मनोज लागुरी ने बताया कि शौचालय निर्माण के नाम पर काफी हद तक भ्रष्टाचार हुआ है। सरकारी राशि की बंदरबांट की गई है। बैठक में बड़ाजामदा पंचायत मुखिया राजा तिर्की, दुधबिला मुखिया रानी तिरिया, महुदी गांव की मुंडा मालती लागुरी ने भी विचार साझा किया।