Move to Jagran APP

एसीबी के हत्थे चढ़ा इंस्पेक्टर प्रेम मोहन प्रसाद मेहता

जागरण संवाददाता, चाईबासा : खाकी वर्दी एक बार फिर दागदार हो गई। पश्चिम ¨सहभूम के चाईबासा

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Jun 2017 02:46 AM (IST)Updated: Sat, 03 Jun 2017 02:46 AM (IST)
एसीबी के हत्थे चढ़ा इंस्पेक्टर प्रेम मोहन प्रसाद मेहता
एसीबी के हत्थे चढ़ा इंस्पेक्टर प्रेम मोहन प्रसाद मेहता

जागरण संवाददाता, चाईबासा : खाकी वर्दी एक बार फिर दागदार हो गई। पश्चिम ¨सहभूम के चाईबासा सदर अंचल के इंस्पेक्टर प्रेम मोहन प्रसाद मेहता को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने शुक्रवार की दोपहर 18 हजार रुपये नकद घूस लेते गिरफ्तार कर लिया। सदर थाना स्थित अपने कार्यालय में बैठकर सर्किल इंस्पेक्टर रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए रंगेहाथ दबोच लिए गए। आरोप है कि दुर्घटना से जुड़े एक मामले में नामजद मंझारी थाना क्षेत्र के भरभरिया गांव निवासी शैलेश केसरी का नाम हटाने के बदले इंस्पेक्टर ने 20 हजार रुपये की मांग की थी। काफी मान-मनौव्वल के बाद इंस्पेक्टर 18 हजार रुपये लेकर नाम हटाने पर राजी हो गए थे। शैलेश ने इस मामले में एसीबी जमशेदपुर के पुलिस अधीक्षक का दरवाजा खटखटाया था।

loksabha election banner

जांच के बाद टीम ने की कार्रवाई

इसके बाद मामले की जांच की गई। शिकायत सही मिलने के बाद एसीबी जमशेदपुर की टीम पिछले 72 घंटे से जाल बिछाकर इंस्पेक्टर की निगरानी कर रही थी। शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे इंस्पेक्टर अपने कार्यालय में शिकायतकर्ता से पैसे स्वीकार कर रहे थे। इसी दौरान एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंच कर उन्हें दबोच लिया। एसीबी की टीम आरोपी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने के बाद सभी जरूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें लेकर जमशेदपुर चली गई। शिकायतकर्ता मंझारी थाना क्षेत्र के भरभरिया गांव निवासी शैलेश केसरी ने बताया कि 30 अप्रैल 2017 को भरभरिया गांव में ट्रैक्टर से दबकर शंकर सोय नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उस दौरान मृतक के परिजनों ने शैलेश केसरी के नाम पर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसी मामले से शैलेश केसरी का नाम हटाने के लिए सदर अंचल इंस्पेक्टर प्रेम मोहन मेहता एवं आईओ नंदकिशोर ¨सह ने 20 हजार रुपये की मांग की थी। लेकिन शैलेश केसरी ने 20 हजार रुपये देने में असमर्थता जताई। इंस्पेक्टर की ओर से लगातार दबाव बनाए जाने के बाद उन्होंने इस मामले में एसीबी से शिकायत की। इस बीच इंस्पेक्टर 18 हजार रुपये से कम पर मानने के लिए तैयार नहीं थे। मानवाधिकार कार्यकर्ता के साधुचरण ¨सह कुंटिया की मदद से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के जमशेदपुर कार्यालय में मामले की शिकायत दर्ज कराई गई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.