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रानी मिस्त्रियां पीएम को सुनाएंगी अनुभव

सिमडेगा : राष्ट्रव्यापी अभियान स्वच्छता ही सेवा के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को जिले क

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 07:42 PM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 07:42 PM (IST)
रानी मिस्त्रियां पीएम को सुनाएंगी अनुभव
रानी मिस्त्रियां पीएम को सुनाएंगी अनुभव

सिमडेगा : राष्ट्रव्यापी अभियान स्वच्छता ही सेवा के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को जिले की रानी मिस्त्री अर्थात महिला शिल्पकारों से संवाद करेंगे।वे अभियान के शुभारंभ के मौके पर जिले की रानी मिस्त्री से ऑनलाइन स्क्रीन पर बातचीत कर स्वच्छता में उनके द्वारा दिए गए उल्लेखनीय योगदान से रूबरू होंगे। जिले में यह कार्यक्रम एनएच 143 के किनारे अवस्थित बंगरू

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में आयोजन होगा, जहां जिले भर से रानी मिस्त्रियों के अलावे प्रशासनिक पदाधिकारी एवं आम लोग शामिल होंगे। इधर प्रधानमंत्री से वार्ता को लेकर करीब 40 रानी मिस्त्रयों को तैयार किया गया है। जिनमें से प्रधान किसी से भी वार्ता करेंगे। कार्यक्रम स्थल पर व्यापक तैयारी की गई है। वाटर प्रूफ पंडल बनाने के साथ-साथ कुर्सियों लगाई गई है। उम्मीद है कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल होंगे,जिनमें रानी मिस्त्रियों के साथ-साथ महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाएं व आम लोग शामिल होंगे। कार्यक्रम पूर्वाह्न 9:30 बजे से शुरू होगा।इधर उपायुक्त जटाशंकर चौधरी, पुलिस अधीक्षक सिमडेगा संजीव कुमार, उपविकास आयुक्त अनन्य मित्तल ने बंगरू पंचायत में होने वाले माननीय प्रधानमंत्री के सीधे संवाद कार्यक्रम के आयोजन का जायजा लिया। कार्यक्रम में किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसपर विशेष ध्यान रखा गया है।ऑनलाइन संवाद कार्यक्रम एनआईसी एवं बीएसएनएल को जिम्मेवारी दी गई है। सिमडेगा में मिला रानी मिस्त्री का नाम

सिमडेगा:जिले में करीब 2 हजार से अधिक रानी मिस्त्रियां हैं, जिन्होंने जिले के ओडीएफ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।महिलाओं ने घर की दहलीज लांघकर पहाड़ी-जंगल में बसे गांवों में जाकर शौचालय बनाने का कार्य किया है। शौचालय निर्माण के बाद रानी मिस्त्रयों को आवास निर्माण कार्य में भी लगाया गया है। सबसे बड़ी बात है महिला शिल्पकारों को सिमडेगा में ही रानी मिस्त्री का नाम दिया गया। इसका श्रेय जिले के उपायुक्त जटाशंकर चौधरी को जाता है, जिन्होंने महिलाओं को न सिर्फ रानी मिस्त्री का नाम दिया, बल्कि उन्होंने महिलाओं की श्रम शक्ति को पहचान दिलाते हुए उनके सशक्तिकरण के दिशा में भी सार्थक पहल की है, जो बाद में राज्य स्तर से निर्देश जारी होने के बाद अन्य जिले के उपायुक्तों ने भी अनुसरण किया।


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