उपायुक्त ने जेल की सुविधाओं का लिया जायजा
उपायुक्त सुशांत गौरव ने जिले के मंडलकारा का निरीक्षण किया। उन्होंने सुर
जासं,सिमडेगा : उपायुक्त सुशांत गौरव ने जिले के मंडलकारा का निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था एवं विधि-व्यवस्था सहित आवश्यक मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने कारा की सुरक्षा का मुआयना किया। चारदीवारी के चारों दिशाओं की सुरक्षा की व्यवस्था का भी अवलोकन करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कारा के मुख्य द्वार पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामातों का जायजा लिया। कैदियों से परिजनों की मुलाकात की व्यवस्था इत्यादि का जायजा लिया। बिजली के यंत्रों को सुव्यस्थित करने की बात कही।जेलाधीक्षक के कार्यालय कक्ष में बैठक कर अनुमंडल पदाधिकारी एवं जेल अधीक्षक संग व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
कारा में कैदियो की मूलभूत सुविधाओं का स्थलीय निरीक्षण किया । नहाने एवं शौचालय की व्यवस्था सहित सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने कैदियों से मुलाकाल की। कैदियों के जुर्म और कानून के प्रति उन्हें जागरूक एवं प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि 21 वर्ष कम उम्र के कैदियों से कहा कि जो आपने किया, उसकी सजा आप काट रहें है। उन्होंने कहा कि मारपीट करते हैं, पढ़ाई-लिखाई के लिए क्या करते हैं। अबसे पढ़ना शुरू किजिए, समय का सदुपयोग करें। जेल अधीक्षक ने बताया कि इस वर्ष एक कैदी ने जेपीएससी परीक्षा में हिस्सा भी लिए थें। उपायुक्त ने कैदियों से कहा कि गुस्सा, क्रोध को छोड़ हमेशा अच्छा करें। उपायुक्त ने कैदियों के कमरे की तलाशी भी की। अपराधिक घटना को अंजाम देने वाली वस्तु को दूर रखने की बात कही। उपायुक्त ने परिजनों से वार्ता वाले वीडियों कॉन्फ्रेंसिग रूम का भी जायजा लिया।तीन कैदी अपने परिजनों से ई-मुलाकात करते देखे गए।उपायुक्त ने प्रसन्नता जाहिर की। उपायुक्त ने जेल के अन्दर दीवालों में कैदियों को अच्छाई के मार्ग पर चलने वाली प्ररेणा संदेश का भी अवलोकन किया।जेल के अन्दर रिक्त बड़े आकार की भूमि में तकनीकी विधि से कृषि कार्य को करते देखा गया। उपायुक्त ने कैदियों के पुस्तकालय एवं सर्वधर्म सभा कक्ष का निरीक्षण किया। कैदी पढ़ते हुए पाए गए।लाईब्रेरी की पुस्तकों का अवलोकन किया। उपायुक्त ने जेल के अस्पताल वार्ड का निरीक्षण किया। मेडिकल सुविधाओं का जायजा लिया। डॉक्टर व नर्स से आवश्यक जानकारी प्राप्त की। इलाजरत बुजुर्ग कैदी से मुलाकात की। स्वास्थ्य का ख्याल रखने की बात कही।वहीं उन्होंने कहा कि यहां से रिहा होने के बाद गांव-समाज को बेहतर बनाने में अपना योगदान दें। युवा पीढ़ी को अच्छे मार्ग में चलने की प्रेरणा दें। निरीक्षण के क्रम में दोपहर में कैदियों की गिनती की सूचना ध्वनि यंत्र से दिया गया। वार्ड वार कैदियों की गिनती की गई।जेल अधीक्षक मो. शहजाद परवेज ने बताया कि मंडलकारा की व्यवस्थाएं सभी स्तर से बेहतर है। उपायुक्त के द्वारा जेल की सुरक्षा-व्यवस्था, आवश्यक निर्माण एवं मूलाभूत सुविधा बहाल के साथ हीं कैदियों की शिक्षा,मनोरंजन सहित पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गई है।निरीक्षण के क्रम में एसडीओ महेन्द्र कुमार,जेल अधीक्षक मो. शहजाद परवेज, कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल व अन्य उपस्थित थे।