बच्चों के विकास में सहायक है मध्याह्न भोजन : अंजनी
सिमडेगा सेवई संकुल अंतर्गत मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत संयोजिका रसोइया सह सहायिका का प्रि
सिमडेगा : सेवई संकुल अंतर्गत मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत संयोजिका, रसोइया सह सहायिका का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन किया गया। इसमें सेवई संकुल के अन्तर्गत 19 विद्यालयों से 42 सदस्य शामिल हुईं। प्रशिक्षक के रूप में अंजनी कुमार सिंह व बीआरपी प्रिस कुमार शामिल हुए। प्रशिक्षण में संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के साथ सभी सहभागियों से खुलकर बातें की गई। इसमें बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता और उनके पढ़ाई पर होनेवाले सकारात्मक बातों को बताया गया। सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए गैस ईंधन पर भी चर्चा हुई, जिसमें यह बताया गया कि सरकार रसोइया के स्वास्थ्य को लेकर भी बेहद सजग है, जिससे कि धुंए से होने वाले रोग से बचा जा सके। साथ ही दूसरे तरफ वन को भी सुरक्षित किया जा सके। उनसे आग्रह किया गया कि बच्चो के साथ आप माता की भूमिका में रहे। उनकी भी समस्याओं और शंकाओं का निराकरण किया गया। बताया गया कि अधिकतर बच्चे खाली पेट स्कूल पहुंचते हैं। जो बच्चे स्कूल आने से पहले भोजन करते हैं, उन्हें भी दोपहर तक भूख लग आती है और वे अपना ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाते हैं। मध्याह्न भोजन बच्चों के लिए''पूरक पोषण''के स्त्रोत और उनके स्वस्थ विकास के रूप में भी कार्य कर सकता है। यह समतावादी मूल्यों के प्रसार में भी सहायता कर सकता है क्योंकि कक्षा में विभिन्न सामाजिक पृष्ठभूमि वाले बच्चे साथ में बैठते हैं और साथ-साथ खाना खाते हैं। विशेष रूप से मध्याह्न भोजन स्कूल में बच्चों के मध्य जाति व वर्ग के अवरोध को मिटाने में सहायता कर सकता है। स्कूल की भागीदारी में लैंगिक अंतराल को भी यह कार्यक्रम कम कर सकता है क्योंकि यह बालिकाओं को स्कूल जाने से रोकने वाले अवरोधों को समाप्त करने में भी सहायता करता है।