Move to Jagran APP

सुदूर गांव के अंतिम किसान तक पहुंचे योजना का लाभ : डीसी

जासंसिमडेगा डीसी सुशांत गौरव ने पहली बैठक समेकित कृषि विभाग के पदाधिकारियों के संग क

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jul 2020 06:40 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 06:40 PM (IST)
सुदूर गांव के अंतिम किसान तक पहुंचे योजना का लाभ : डीसी
सुदूर गांव के अंतिम किसान तक पहुंचे योजना का लाभ : डीसी

जासं,सिमडेगा :डीसी सुशांत गौरव ने पहली बैठक समेकित कृषि विभाग के पदाधिकारियों के संग की। उपायुक्त ने सभी समेकित कृषि विभाग यथा- आईटीडीए, कृषि, मत्स्य, पशुपालन, आत्मा, गव्य विभाग के साथ बैठक की। सुदूर गांव के अंतिम किसान तक लाभ पहुंचाया जा सके। इसके लिए उन्होंने समेकित कृषि विभाग को समन्वय बनाकर कार्य करने के लिए कहा। साथ ही ऐसी योजना लें जिससे किसानों को तत्काल लाभ मिल सके। किसानों में जो विशेषज्ञता है, उसकी जानकारी जेएसएलपीएस की सखी दीदीयों, कृषक मित्र से लेकर उसके अनुरूप उन्हें योजना के लाभ से आच्छादित करें। उन्हें उन्ही काम में लगाएं जिसमें वे निपुण हों। जिला कृषि पदाधिकारी को भूमि संरक्षण एवं भूमि की उर्वरता बढ़ाने के लिए शतप्रतिशत मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाने का निर्देश दिया। साथ ही उसका सही प्रशिक्षण जेएसएलपीएस की सखी दीदीयों द्वारा किसानों को दी जाए, ताकि किसान अपने खेत की उर्वरता के अनुसार ही फसल लगाएं जिससे उन्हें लाभ हो, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर हो। जिला मत्स्य पदाधिकारी को उन्होने निर्देश दिया कि जहां बड़े तालाब हैं, उन्हें चिह्नित कर रखें। किसान को मत्स्य बीज के साथ बत्तख के चूजे भी दें, ताकि किसान दोहरा लाभ प्राप्त कर सकें। तालाब के किनारे- किनारे पौधारोपण का कार्य भी करवाएं, जिससे तालाब का जल स्तर बना रहे। जितने लोगों को मत्स्य पालन का प्रशिक्षण दिया गया है, उन सभी को मत्स्य बीज उपलब्घ कराना सुनिश्चित करें। पशुपालन विभाग एवं जेएसएलपीएस आपस में समन्वय कर पंचायतवार पूर्ण विवरणी तैयार कर सबसे सुदूर आदिवासी क्षेत्र को सर्व प्रथम योजनाओं से आच्छादित कराएं। उपायुक्त ने जिले में जैविक खाद को बनाने एवं शतप्रतिशत उसके उपयोग सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। सिमडेगा में आम एवं पपीता का पौधा ससमय लगवाने के लिए कहा। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सिमडेगा 71 प्रतिशत कृषि पर आश्रित है। इसलिए सर्व प्रथम आपलोग सामेकित विकास का रूप-रेखा आईटीडीए निदेशक के साथ बनाकर प्रस्तुत करें, जिसे सरजमीं पर उतारा जा सके। लोगों को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक लाभ प्राप्त हो सके। बैठक में आईटीडीए निदेशक सलन भुईया,जिला कृषि पदाधिकारी अशोक चैधरी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रेणु बाला, परियोजना निदेशक आत्मा कृष्ण बिहारी, जेएसएलपीएस डीपीएम उपस्थित थे।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.