अभिनंदन यात्रा में शामिल हुए श्रद्धालु
सिमडेगा: मुख्य शहर के जैन भवन में चातुर्मास पर्व मना रहे वाणी-भूषण डॉ. पद्मराज जी महाराज
सिमडेगा: मुख्य शहर के जैन भवन में चातुर्मास पर्व मना रहे वाणी-भूषण डॉ. पद्मराज जी महाराज के सान्निध्य में आयोजित होने वाले महापर्व पर्यूषण एवं सम्वत्सरी को लेकर सिमडेगा वासियों में खासा उत्साह का वातावरण बना हुआ है। बुधवार को जैन सभा के बैनर तले महापर्व पर्यूषण एवं सम्वत्सरी की आराधना के अंतर्गत आगम अभिनन्दन यात्रा का भव्य आयोजन हुआ।आगम अभिनन्दन यात्रा में नवकार मन्त्र के कलशों के साथ उक्त ग्रन्थ को पीत एवं रक्ताम्बर में आवेष्टित करके सम्मान पूर्वक मस्तक पर सजाकर भक्तों ने नगर का भ्रमण किया। नवकार मन्त्र के जयनाद के साथ गुरुदेव जी ने शोभायात्रा का श्रीगणेश किया। स्वागत है जी स्वागत है, पर्यूषण पर्व का स्वागत है। दान शील तप भावना, पर्यूषण पर्व की आराधना। एक दो तीन चार, पर्यूषण पर्व की जय जयकार जैसे गगनभेदी जयनादों से भक्तों ने आकाश गुंजा दिया। अनेक भक्तजन अपने हाथों में जैन धर्म का प्रतीक पंचरंगा ध्वज लहराते चल रहे थे। आगम अभिनन्दन यात्रा जैन भवन से प्रारम्भ होकर रामजानकी मन्दिर, महावीर चौक, ¨प्रस चौक होती हुई नीचे बाजार पहुंची और वहां से बैंक बाजार होकर मारवाड़ी मोहल्ला में से गुजरती हुई पुन: जैन भवन पहुंची।यहां डॉ. पद्मराज जी महाराज ने मंगलपाठ सुनाकर यात्रा का समापन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रधान अशोक जैन, विमल जैन, सुशील जैन, हरिपाल जैन, प्रवीण जैन, आनन्द जैन, कौशल रोहिल्ला, ओपी अग्रवाल, गो¨वद, रामवतार, विनोद बंसल, रमेश बंसल, पवन जैन, मनोज जैन, नरेश जैन, संजय जैन, गुलाब जैन, रमेश जैन, किशन जैन, बजरंग जैन आदि थे। पर्यूषण पर्व पर हुई प्रार्थना
सिमडेगा:स्थानीय जैन भवन में आयोजित पर्यूषण समारोह के तहत प्रात: 6 बजे प्रार्थना हुई।7 बजे से 12 घंटे का नवकार मन्त्र का अखंड पाठ आयोजित हुआ। सन्ध्या काल में प्रतिक्रमण एवं भजन संध्या में सरीक होकर भक्तों ने वातावरण को भक्तिरस से भर दिया। साथ ही श्रेणिक राजा की कथा और प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम भी हुआ। सफल प्रतिभागियों को अतिथियों के हाथों से पुरस्कार प्रदान किये गए।