न्याय पहुंचा द्वार तो सामने आया अत्याचार
सिमडेगा : न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के तहत जिले के कोलेबिरा क्षेत्र की दो बच्चियों से बाल श्रम
सिमडेगा : न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के तहत जिले के कोलेबिरा क्षेत्र की दो बच्चियों से बाल श्रम कराए जाने का गंभीर मामला सामने आया है। इतना ही नहीं एक बच्ची को बोकारो में लेकर जाकर उससे काम कराया जा रहा है। इन सभी बच्चियों का उम्र 7 से लेकर 14 वर्ष तक का है। इस संबंध में पारा लीगल वॉलेंटियर ने शेख मुस्तकीम ने जिला प्राधिकार के सचिव अमित कुमार वैश्य के समक्ष प्रतिवेदन देकर मामले की जांच एवं पीड़ित बच्चों के लिए पुनर्वास की मांग की है। उनके बताए मुताबिक कोलेबिरा के अघरमा क्षेत्र के एक दंपती रोजगार की तलाश में गुजरात गए थे। जहां महिला की विगत 5 वर्ष पहले मौत होने के बाद सभी बच्चियां अपने पिता के साथ घर लौंट आईं। इसके बाद दंपती की पहली पुत्री को लोहरदगा अपने ससुराल में है, जबकि दूसरी पुत्री बोकारो में दाई का काम करती है। तीसरी तीन साल से बसिया में दाई-नौकरानी का काम कराया गया। अभी फिलहाल वह अपने रिश्ते की दीदी के घर में रहती है। चौथी लड़की अघरमा में होटल में काम करती है। जबकि पांचवीं लड़की अपने नाना के घर में रहकर पढ़ाई कर रही है। ये सभी विपरीत परिस्थितियों का सामना कर रही हैं, जिनके लिए पुनर्वास की आवश्यकता है।