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सीनी में अवैध सफेद पत्थर खनन का भंडाफोड़

जासं, सरायकेला : वन विभाग ने सीनी वन क्षेत्र में छापेमारी करते हुए सफेद पत्थर खनन कर हाइवा

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 06:12 PM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 06:12 PM (IST)
सीनी में अवैध सफेद पत्थर खनन का भंडाफोड़
सीनी में अवैध सफेद पत्थर खनन का भंडाफोड़

जासं, सरायकेला : वन विभाग ने सीनी वन क्षेत्र में छापेमारी करते हुए सफेद पत्थर खनन कर हाइवा में लोड करते मालिक दीपक शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि पत्थर लदे हाइवा को जब्त कर लिया गया है। पत्थर माफियाओं द्वारा सीनी वन क्षेत्र के जंगलीखास जानकी मोड़ के जंगल में अवैध रूप से सफेद पत्थर का खनन किया जाता है। सोमवार देर रात विभाग को मिली सूचना पर सरायकेला वन प्रमंडल के रेंजर प्रमोद कुमार के नेतृत्व में छापेमारी दल गठित कर सीनी वन क्षेत्र में छापेमारी अभियान चलाया गया। छापेमारी के क्रम में देखा गया कि सीनी जानकी मोड़ के जंगली खास वन क्षेत्र में अवैध रूप से सफेद पत्थर का खनन हो रहा है। सफेद पत्थरों को तोड़ते हुए हाइवा में लोड किया जा रहा है।

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वन विभाग की टीम को देख कई लोग भागने में सफल हो गए, जबकि मौके से हाइवा के मालिक दीपक शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अवैध रूप से पत्थरों का खनन कर माफियाओं द्वारा बाहर भेजा जाता है। मिली जानकारी के अनुसार माफिया द्वारा वन क्षेत्र के किसी भी जगह से अवैध रूप से पत्थरों का खनन किया जाता है। उसे वैध बनाने के लिए बालाजी इनफोकॉम का सहारा लिया जाता था। जब्त हाइवा में बालाजी इनफोकॉम का चालान मिला है। जबकि बालाजी इनफोकोम की लीज भंडारीसाई में है। लीज भंडारीसाई की है और खनन सीनी में हो रहा था। बताया गया कि अवैध रूप से खनन हो रहे पत्थरों से कीमती कप प्लेट, टाइल्स, मार्बल व अन्य सामानें बनती है। जिले में सफेद पत्थर सीमित मात्रा में है लेकिन खनन माफियाओं की बुरी नजर के कारण सभी पत्थर के पहाड़ का अस्तित्व खतरे में है।

गजानन मिनरल के यहां जाता अवैध पत्थर

रेंजर प्रमोद कुमार ने बताया कि हाइवा मालिक ने पूछताछ में बताया कि सफेद पत्थर आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित गजानन मिनरल प्रा. लिमिटेड नामक कंपनी में जाता है। हाइवा में लोड हो रहा सफेद पत्थर भी गजानन मिनरल के यहां जाने वाला था। उन्होने बताया कि बालाजी इनफोकॉम के चालान की जांच की जा रही है कि यह चालान बालाजी इनफोकोम का है या नकली छपवाया गया है। अगर जांच में चालान बालाजी इनफोकॉम का पाया गया तो कंपनी के ऊपर भी कार्रवाई होगी।


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