खुले में शौच मानव समाज के लिए कलंक: उपायुक्त
सामुदायिक भवन में सोमवार को स्वच्छ भारत मिशन के तहत विश्व शौचालय दिवस मनाया गया।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : सामुदायिक भवन में सोमवार को स्वच्छ भारत मिशन के तहत विश्व शौचालय दिवस मनाया गया। इस मौके पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ उपायुक्त छवि रंजन ने किया।
मौके पर उपायुक्त ने कहा कि खुले में शौच मानव समाज के लिए कलंक है। इसे हर हाल में खत्म करने की जरूरत है। स्वच्छता व शौचालय एक दूसरे के पूरक हैं। स्वच्छता के लिए नियमित शौचालय का उपयोग करना होगा। उपायुक्त ने कहा कि ठोस व तरल कचरा प्रबंधन करते हुए इसे खाद के रूप में उपयोग करें। इसके लिए गांव में गढ्डा खोदकर सारे गांव के कचरा को वहां डालें। इससे बनी खाद से कमाई भी होगी। कूड़े कचरा से खाद बनाने के लिए जिला प्रशासन प्रशिक्षण भी देगा। जिला ओडीएफ हो चुका है लेकिन आप सबों के सहयोग से इसे ओडीएफ प्लस बनाना है। इसमें जिला प्रशासन प्रेरक का काम करेगा।
उपायुक्त ने स्वच्छता के लिए अपने में बदलाव लाने की अपील करते हुए कहा कि शिक्षक को विद्यालय में साफ सफाई के काम से मुक्त कराएं। इस काम को ग्रामीण अपने करें। कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीडीसी एसके दुदानी ने कहा कि शौचालय तो बन गए हैं, लेकिन शौचालय के नियमित उपयोग के लिए ग्रास रूट पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने की जरूरत है। कार्यशाला को एसडीओ डॉ. बशारत कयूम, डीआरडीए पीडी अनिता सहाय व पीएचईडी के ईई दीपक कुमार ने भी संबोधित किया। कार्यशाला का संचालन जिला कोर्डिनेटर विकास कुमार ने किया। मौके पर विभिन्न पंचायत के मुखिया, जनप्रतिनिधि व स्वच्छता ग्राही समेत अन्य उपस्थित थे।
नौ स्वच्छता चैंपियन सम्मानित
विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर स्वच्छता क्षेत्र में अग्रणी काम करने वाले नीमडीह प्रखंड के चालियामा पंचायत के मुखिया हरिपद ¨सह, लाभुक फाल्गुनी महतो, सखी मंडल के ठाकुरमनी मुर्मू, जल सहिया टुनिया रजक, सर्वश्रेष्ठ रानी मिस्त्री, पारो हेम्ब्रम, राज मिस्त्री नारायण मुर्मू, शिक्षक जवाहर लाल ¨सह व आंगनबाड़ी सेविका प्रभावती महतो को उपायुक्त ने जिले के स्वच्छता चैंपियन के रूप में सम्मानित किया।