तबरेज हत्याकांड : धातकीडीह गांव में पसरा सन्नाटा, घर छोड़कर से भागे पुरुष
संसू सरायकेला चोरी करने के आरोप में पकड़े जाने पर भीड़ के हाथों पिटाई के बाद जेल में हुई तबरेज अंसारी की मौत ने सरायकेला-खरसावां जिले के धातकीडीह गांव को इनदिनों सुर्खियों में ला दिया है।
संसू, सरायकेला : चोरी करने के आरोप में पकड़े जाने पर भीड़ के हाथों पिटाई के बाद जेल में हुई तबरेज अंसारी की मौत ने सरायकेला-खरसावां जिले के धातकीडीह गांव को इनदिनों सुर्खियों में ला दिया है। इसी गांव में उग्र भीड़ ने तबरेज की पिटाई की थी। आम दिनों की तुलना में बुधवार को इस गांव में सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस कार्रवाई के भय से दहशत का माहौल है। पुरुष घर छोड़ कर बाहर भाग गए हैं। घरों में महिलाएं अपने बच्चों के साथ भयभीत नजर आ रही हैं। इस गांव में एसडीपीओ अविनाश कुमार पुलिस बल के साथ कैंप कर रहे हैं। उन्होंने महिलाओं से निडर हो कर रहने की अपील की है। एसडीपीओ ने ग्रामीणों को शांति बनाए रखने को कहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि किसी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी।
मालूम हो कि तबरेज की पत्नी शाइस्ता परवीन के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के बाद पुलिस ने इस मामले में अबतक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कार्रवाई तेज होते ही धातकीडीह गांव में हड़कंप की स्थिति है। पकड़े जाने व पूछताछ के भय से घर छोड़कर पुरुष बाहर छिप गए हैं।
उधर, इस घटना के बाद धातकीडीह और कदमडीहा गांव में सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ताओं के आने का सिलसिला जारी है। तबरेज अंसारी कदमडीहा गांव का ही रहनेवाला था। बुधवार को झामुमो नेत्री लक्ष्मी सरदार की अध्यक्षता में महिलाओं की यहां बैठक हुई। इसमें घटना की निंदा की गई। लक्ष्मी सरदार ने बताया कि कुछ निर्दोष लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि दोषी लोगों पर ही कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस ध्यान रखे के कोई निर्दोष इस मामले में न फंसे। उन्होंने महिलाओं को सुरक्षा देने की मांग की। कहा कि गांव का माहौल बिगड़ गया है। प्रशासन ग्रामीणों के साथ बैठक कर शांति बहाल करे। उधर, भाजपा के जिला अध्यक्ष उदय प्रताप सिंहदेव ने धातकीडीह में ग्रामीणों के साथ बैठक कर शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने यह आरोप लगाया कि कुछ लोग बाहर से आकर इस घटना को राजनीतिक व धार्मिक रंग दे रहे हैं। प्रशासन से उन्होंने ऐसे लोगों को सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने गत 24 जून को गांव में आकर महिलाओं के साथ गाली-ग्लौज व मारपीट करने वालों पर भी कार्रवाई करने की मांग की। कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। चूंकि गांव में अभी सिर्फ महिलाएं ही बची हैं ऐसे में इनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाए।
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ममता ने तीस लोगों पर दर्ज
कराई मारपीट की प्राथमिकी
उधर, धातकीडीह गांव मंगल माहली की पत्नी ममता देवी ने सरायकेला थाने में तीस अज्ञात लोगों पर गांव में आकर गाली देने व मारपीट करने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। ममता देवी का आरोप है कि 24 जून को सुबह 11 बजे चार पहिया वाहनों से आए तीस लोगों ने गांव में आकर गाली ग्लौज करते हुए मारपीट की। ममता देवी के अनुसार, गांव के सभी पुरुष घर छोड़ कर भाग गए हैं। महिलाएं अपने बच्चों के साथ घर में हैं। उन्होंने महिलाओं को हर स्तर पर कड़ी सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। साथ ही गांव में आकर मारपीट करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उधर, इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि गांव में पुलिस कैंप कर रही है। पुलिस रात-दिन गश्त लगा रही है। इस स्थिति में कैसे इतने लोगों ने आकर मारपीट और गाली गलौज की, इसकी जांच की जाएगी।