20 घंटे घोर नक्सल क्षेत्र में रहकर एसपी ने बढ़ाया जवानों का हौसला
रायकेला-खरसावां जिले के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अर्शी ने जिले के कुचाई थाना अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सघन अभियान चलाकर नक्सलियों के खिलाफ हुंकार का शंखनाद फूंका।
जासं, सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अर्शी ने जिले के कुचाई थाना अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सघन अभियान चलाकर नक्सलियों के खिलाफ हुंकार का शंखनाद फूंका। करीब 20 घंटे तक कुचाई के घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में रह कर पुलिस अधिकारी व जवानों के साथ क्षेत्र के वस्तुस्थिति का जायजा लिया। इस दौरान पुलिस व सुरक्षा बलों द्वारा नक्सल प्रभावित गांवों में चलाए गए नक्सल विरोधी अभियान का स्वयं नेतृत्व किया। एसपी ने नक्सलियों को खुलेआम ना सिर्फ चुनौती दी बल्कि उनकी मांद में घुसकर कड़ा संदेश भी दिया। 20 घंटे तक पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में चले नक्सल विरोधी अभियान में न केवल जवानों एवं पदाधिकारियों का मनोबल बढ़ा बल्कि तमाम नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थापित कैंप में एक नए उत्साह का माहौल बन गया। अभियान के दौरान पुलिस अधीक्षक ने रास्ते में पड़ने वाले सारे कैंप एवं उसमें पदस्थापित पदाधिकारी व जवानों का हालचाल लेते हुए व्यवस्था व उपलब्ध सुविधा को देखा और समस्याएं सुनी। एसपी ने उन्हें बेहतर सुविधा प्रदान करने का भरोसा दिया। इस अभियान में अभियान एसपी पुरुषोत्तम कुमार, सहायक पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश रंजन समेत जिला पुलिस के अलावा झारखंड जगुआर, कोबरा बटालियन व सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान भी शामिल थे। एसपी ने बताया कि इस तरह का नक्सल विरोधी अभियान जिले के तमाम नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तथा जिलों की सीमा क्षेत्रों में निरंतर चलाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने हर उस इलाके का जायजा लिया जहां नक्सली छिप कर जवानों पर हमला करते हैं। रास्ते में उन्होंने जवानों की हौसला अफजाई करते, उन्हें जरूरी निर्देश देते हुए महफूज रहने को भी कहा। एसपी का काफिला काफी देर तक घने जंगल से घिरे रास्तों के बीच चलता रहा। जिले में पोस्टिग के बाद यह पहला मौका था जब उन्होंने नक्सल प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।
उन्होंने जवानों से कोरोना संक्रमण को लेकर किए गए लॉकडाउन पर भी चर्चा की। जवानों को सुरक्षित रहने और उनका मनोबल बढ़ा कर एसपी सरायकेला लौट गए।
पदभार लेते ही मोहम्मद अर्शी लगातार अपने कार्यों से जनता के बीच चर्चा में हैं। जिस तरह से 100 नंबर के डायल में सूचना मिलने ही पुलिस अधीक्षक खुद दो पहिया वाहन से बुजुर्ग और एक बच्चे की दवाई पहुंचाने उनके घर गए और उसके अगले दिन राजनगर थाना अंतर्गत अवैध शराब की भट्टी तोड़वाकर उन्होंने यह स्पष्ट संदेश दे दिया कि कोई अवैध कारोबार अब उनके कार्यकाल में नहीं चलेगा।