मनरेगाकर्मियों की हड़ताल से मनरेगा कार्य ठप
झारखंड मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर हड़ताल 19वें दिन भी जारी रही।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : झारखंड मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर हड़ताल अवधि में मनेरगाकर्मी जिला समाहरणालय परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। मनेरगाकर्मियों की हड़ताल 19वें दिन भी जारी रही। विभिन्न प्रखंडों में मनरेगा के अंतर्गत कार्यरत प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, लेखा सहायक व रोजगार सेवकों के हड़ताल पर चले जाने से जिले में मनेरगा योजनाएं ठप पड़ गई हैं। योजनाओं पर ब्रेक लगने से जिले के लगभग 1.23 लाख मनेरगा मजदूरों से काम छीन गया है। धरना प्रदर्शन कर रहे मनेरगा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष शंकर सतपती ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मनेरगाकर्मियों की हड़ताल से पूरे सूबे में मनरेगा कार्यो पर व्यापक असर पड़ा है। उन्होंने बताया कि मनेरगाकर्मी समायोजन व स्थायीकरण करने, बर्खास्त मनेरगाकर्मियों की सेवा वापस करने, समान काम के बदले समान वेतन देने समेत अन्य मांगो को लेकर जिले के मनेरगाकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। मौके पर अनिल मुर्मू, मो. इम्तियाज, अनिरुद्ध पांडेय, मनोज तियु, रश्मि लामाय, सुनीता सुरीन, सुजीत प्रधान, विजय महतो, बबिता व चांदनी समेत अन्य उपस्थित थे।
रोजगार सेवक का काम पंचायत सेवक को करने का निर्देश
मनरेगाकर्मियों के काम को ठीक ढंग से चलाने के लिए विभाग ने पंचायत सेवक को रोजगार सेवक का सारा काम करने का निर्देश दिया है। जानकारी देते हुए डीआरडीए पीडी अनिता सहाय ने बताया कि मनरेगाकर्मी की हड़ताल से बाधित काम को पूरा करने के लिए रोजगार सेवक का काम पंचायत सेवक को करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावे मुखिया का वित्तीय अधिकार निरस्त होने पर पंचायतों के लिए बीडीओ व नाजिर को वित्तीय अधिकार दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में मुखिया का वित्तीय अधिकार निरस्त किया गया।