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घर बैठे खाली समय का उपयोग करें महिलाएं : राज्यपाल

-प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बनें महिलाएं : राज्यपाल -खरसावां में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया खा

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Jan 2018 06:35 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jan 2018 06:35 PM (IST)
घर बैठे खाली समय का उपयोग करें महिलाएं : राज्यपाल
घर बैठे खाली समय का उपयोग करें महिलाएं : राज्यपाल

-प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बनें महिलाएं : राज्यपाल

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-खरसावां में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया खादी पार्क का उद्घाटन

-ग्रामीण महिलाओं को राज्यपाल ने प्रशिक्षण के लिए किया प्रोत्साहित

फोटो संख्या 05- खरसावां में खादी पार्क का उद्घाटन करततीं राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू। फोटो संख्या 06- गांधी प्रतिमा का अनावरण करते राज्यपाल। फोटो संख्या प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण करती राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू। फोटो संख्या 08- उदघाटन समारोह को संबोधित करती राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू फोटो संख्या 09- उदघाटन समारोह में उपस्थित लोग।

जागरण संवाददाता, सरायकेला : खरसावां के आमदा में शनिवार को झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने खादी पार्क का उद्घाटन किया। मौके पर राज्यपाल ने खादी पार्क परिसर में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी किया। इसके बाद तसर कताई प्रशिक्षण केंद्र का अवलोकन किया। उन्होंने प्रशिक्षु महिलाओं से प्रशिक्षण के तकनीकियों को जाना। मौके पर राज्यपाल ने महिलाओं को प्रशिक्षण के लिए प्रोत्साहित किया।

समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि महात्मा गांधी ने देश के लोगों से खादी वस्त्र पहनने का आह्वान किया था। भारत गांवों का देश है। हमारा देश भू-संपदा, वन संपदा एवं खनिज संपदा से परिपूर्ण है। हमारे देश में लोग गांव के कुटीर उद्योग में बुनकरों के बने वस्त्र, कुम्हार के बनाए मिट्टी के बर्तन एवं लोहार द्वारा बनाए गए कृषि उपकरण का उपयोग करते आ रहे हैं। परंतु अब लोग शौकीन हो गए हैं। इसलिए कुटीर उद्योग के उत्पादनों को आकर्षक बनाना होगा।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश की जमीन उपजाऊ है। जमीन सीमित है, लेकिन जनसंख्या में वृद्धि हो रही है। लोग भी शिक्षित हो रहे हैं। किसानों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए खेती के साथ-साथ समेकित कृषि करने की जरूरत है। कुचाई क्षेत्र में तसर उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं। यहां देश का सबसे अच्छा कुकुन होता है। यहां के युवक-युवतियां पढ़ने के बाद रोजगार की तलाश में पलायन कर रहे हैं। इन युवक-युवतियों का कौशल विकास कर उन्हें तसर उत्पादन के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जा सकता है। तसर उत्पादन का प्रशिक्षण लेने के बाद महिलाएं घर बैठे खाली समय का उपयोग कर अपनी आर्थिक समस्या दूर कर सकती हैं।

उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने स्वयं सहायता समूह की परिकल्पना की थी। आज स्वयं सहायता समूह से जोड़कर महिलाओं को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ाया जा रहा है। राज्यपाल ने महिलाओं से आह्वान करते हुए कहा कि अपने बच्चों को शिक्षा देकर सशक्त बनाएं। शिक्षित होने के बाद ही यहां के लोग अपनी क्षमता का उपयोग कर सकते हैं। यहां के युवकों को प्रशिक्षित करें। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, विधायक दशरथ गागराई, झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ, उपायुक्त छवि रंजन, पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा समेत जिला के पदाधिकारी एवं काफी संख्या में स्थानीय लोग व महिलाएं उपस्थित थीं।


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