दो हजार रिश्वत लेते लिपिक व आदेशपाल गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, सरायकेला (सरायकेला-खरसावां) : एंटी करप्शन ब्यूरो-एसीबी- जमशेदपुर की टीम
जागरण संवाददाता, सरायकेला (सरायकेला-खरसावां) : एंटी करप्शन ब्यूरो-एसीबी- जमशेदपुर की टीम ने शनिवार को एनआर राजकीय प्लस टू उच्च विद्यालय के लिपिक विमल भगत व आदेशपाल सुपाय तापे को दो हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।
दोनों की गिरफ्तारी एंथोनी कुमार की शिकायत के बाद की गई। एंथोनी का चयन दक्षिण पूर्व रेलवे में ग्रुप डी पद पर हुआ है। नौकरी से पहले रेलवे विभाग ने उनके प्रमाण पत्रों की सत्यापन के लिए विद्यालय को भेजा था। प्रमाण पत्र के सत्यापन को लेकर शिकायतकर्ता एंथोनी कुमार 15-20 दिन से विद्यालय का चक्कर लगा रहा था। इस बीच कार्यालय के लिपिक विमल भगत ने एंथोनी कुमार से प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए दो हजार रुपये की मांग की। लिपिक ने कहा कि बगैर रुपये के प्रमाण पत्रों का सत्यापन नहीं होगा। सत्यापन के लिए सबको पैसा देना पड़ता है। एंथोनी कुमार ने इसकी शिकायत एसीबी से की। इस पर एसीबी की टीम ने योजना के अनुसार विद्यालय के लिपिक व आदेशपाल को पैसा लेते धर दबोचा। विद्यालय के लिपिक विमल भगत रुपये लेने के दौरान कुछ समझ पाते इससे पहले एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
शनिवार को शिकायतकर्ता के साथ एसीबी की टीम विद्यालय पहुंची। एसीबी टीम वाहन को मुख्य गेट से दूर खड़ी कर विद्यालय में प्रवेश किया। इसके बाद लिपिक को शिकायतकर्ता एंथोनी कुमार रुपया देने लगा। लिपिक ने पैसा आदेशपाल को पकड़ने के लिए बोला। इससे दोनों एसीबी टीम के जाल में फंस गए। रिश्वत के रुपयों में रंग लगा था। विद्यालय के लिपिक सुपाय तापे जनवरी 2019 में सेवानिवृत्त होंगे। बताया जाता है कि इस रिश्वत प्रकरण में आदेशपाल शामिल नहीं है। शिकायतकर्ता जब रुपये देने के लिए कार्यालय पहुंचा तो आदेशपाल लिपिक के साथ बैठा था। लिपिक को जब रिश्वत की रकम दी जाने लगी तो लिपिक ने पैसा आदेशपाल को पकड़ने के लिए बोला। पैसा पकड़ते ही एसीबी की गिरफ्त में आदेशपाल व लिपिक आ गए।
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जून में कृषि विभाग का लिपिक हुआ था गिरफ्तार
इसी वर्ष जून में एसीबी की टीम ने कृषि विभाग के लिपिक सचिन कुमार को 12 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। लिपिक सचिन कुमार खाद बीज के लाइसेंस बनाने के लिए 12 हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था।